सरकार और सेना के खिलाफ लड़ाई में इमरान खान अकेले पड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चार और नेताओं ने अपने रास्ते अलग करने की घोषणा की है। प्रधान मंत्री के पूर्व विशेष सहायक तारिक महमूद अल हसन, प्रांतीय असेंबली (MPA) के पूर्व सदस्य मलिक खुर्रम अली खान और नेशनल असेंबली के पूर्व सदस्य (एमएनए) जमशेद थॉमस ने रविवार को 9 मई को हुए विरोध प्रदर्शनों की निंदा की।वहीं पंजाब प्रांतीय असेंबली की सदस्य (MPA) नादिया अजीज ने भी पार्टी से अलग होने की घोषणा की है। इस्लामाबाद प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, नादिया अजीज ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों की निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए।
पार्टी में मची भगदड़
जियो न्यूज के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में शिरीन मजारी, फवाद चौधरी इमरान इस्माइल, आमिर महमूद कियानी, अली जैदी, मलीका बुखारी सहित कई पार्टी नेताओं ने पीटीआई छोड़ दी है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अल-कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इसी क्रम में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर भी हमला किया। अब पार्टी के अंदर ही इसका विरोध शुरु हो गया है।
इमरान की प्रतिक्रिया
पार्टी नेताओं में मची भगदड़ को इमरान ने “जबरन तलाक” का मामला बताया है। इमरान खान ने ट्वीट किया, “हम सभी ने पाकिस्तान में जबरन शादी के बारे में सुना था, लेकिन पीटीआई के लिए एक नई घटना सामने आई है, जबरन तलाक। साथ ही आश्चर्य है कि देश के सभी मानवाधिकार संगठन कहां गायब हो गए हैं।”