अन्ना हजारे ने किसानों के समर्थन में अनशन की चेतावनी दी
मशहूर समाजसेवी अन्ना हजारे ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि पांच फरवरी 2019 को तत्कालीन कृषि मंत्री ने किसानों के संबंध में वादों को पूरा करने का वचन दिया था। लेकिन जमीन पर आज तक कार्यान्वित नहीं हुआ। वो अनशन खत्म नहीं था बल्कि अस्थाई तौर पर रुका हुआ था। किसानों की मांगों के संबंध में वो अनशन करने के बारे में सोच रहे हैं,समय और जगह के बारे में वो अवगत करा देंगे।
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन सोमवार को 19वें दिन में प्रवेश कर गया है। इन कानूनों की वापसी के लिए किसानों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। वे सरकार पर दबाव बनाने के लिए आज भूख हड़ताल पर हैं। सोमवार को किसानों के इस आंदोलन के साथ पंजाब और हरियाणा सहित देश के अन्य हिस्सों से प्रदर्शनकारी जुड़ेंगे।गत नौ दिसंबर को सरकार के साथ किसानों की छठवें दौर की बातचीत होनी थी लेकिन सरकार के प्रस्ताव से नाराज होकर किसान इस बैठक में शामिल नहीं हुए। सरकार इन कानूनों पर किसानों को भरोसे में लेने के लिए प्रयास कर रही है। सरकार का कहना है कि एमएसपी कभी खत्म नहीं होगी। गत 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय पीठ दिल्ली सीमा के प्रदर्शन स्थलों से किसानों को हटाने की मांग से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करेगी। किसान देश भर के जिला मुख्यालयों के बाहर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली की ओर बढ़ रहा प्रदर्शनकारियों का विशाल समूह दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर रहा है, जिसे पुलिस ने हरियाणा-राजस्थान सीमा पर रोक लिया है।
अन्ना हजारे ने किसानों के समर्थन में अनशन की चेतावनी दी
मशहूर समाजसेवी अन्ना हजारे ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि पांच फरवरी 2019 को तत्कालीन कृषि मंत्री ने किसानों के संबंध में वादों को पूरा करने का वचन दिया था। लेकिन जमीन पर आज तक कार्यान्वित नहीं हुआ। वो अनशन खत्म नहीं था बल्कि अस्थाई तौर पर रुका हुआ था। किसानों की मांगों के संबंध में वो अनशन करने के बारे में सोच रहे हैं,समय और जगह के बारे में वो अवगत करा देंगे।