अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा उत्कृष्ट स्कूल मैदान

0

बालाघाट में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है खेल के क्षेत्र में यहां के बच्चे कई अवार्ड और उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं, इसके बावजूद भी बालाघाट नगर के खिलाड़ियों को उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए अच्छा मैदान उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यह समस्या क्रिकेट की प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों के सामने आ रही है नगर के उत्कृष्ट स्कूल मैदान की दयनीय हालत और गंदगी को देख क्रिकेट खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई, वही खिलाड़ियों ने स्वयं ही उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में साफ सफाई कर कुछ स्थान को खेलने लायक बना कर क्रिकेट की प्रैक्टिस शुरू की।

आपको बताये कि मुलना स्टेडियम में क्रिकेट की प्रैक्टिस नहीं की जा रही है यह पिछले कुछ वर्षों से लगभग बंद ही है। रेंजर कॉलेज मैदान में क्रिकेट प्रैक्टिस करने पर विभाग द्वारा पाबंदी लगा दी जाती है और नगरपालिका स्कूल मैदान में निर्माण कार्य प्रारंभ होने के चलते पिछले 2 वर्षों से प्रैक्टिस हो पाना संभव ही नहीं है। ऐसे में एकमात्र उत्कृष्ट स्कूल मैदान ही होता है जहां पर क्रिकेट खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकते हैं लेकिन वहां भी कोई ना कोई आयोजन होते रहते हैं चाहे वे प्रशासनिक हो या अन्य कोई कार्यक्रम हो। ऐसी स्थिति में क्रिकेट खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पाते।

बीते कुछ महीनों की बात करें तो बारिश के समय से मैदान खराब होने के चलते क्रिकेट खिलाड़ी प्रैक्टिस करने से पूरी तरह वंचित है, उसके बाद दशहरा उत्सव आयोजन और पिछले दिनों तक पटाखे की दुकानें रही जिसके चलते क्रिकेट प्रैक्टिस नही हुई। लेकिन अब जब क्रिकेट खिलाड़ी प्रैक्टिस करने उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पहुंचे तो इस मैदान की हालत देखकर बहुत निराश हुये। खिलाड़ियों ने कहा कि यही एकमात्र मैदान ऐसा है जहां वे प्रैक्टिस कर सकते हैं लेकिन इस मैदान में गंदगी पड़ी होने के कारण उन्हें प्रैक्टिस करने में काफी दिक्कत होती है, अगर उन्हें दूसरा मैदान खेलने के लिए नहीं दिया जा सकता तो इसी मैदान को व्यवस्थित कर दिया जाना चाहिए।

वही इसके संबंध में चर्चा करने पर जिला क्रिकेट संघ के सचिव निशांत मिश्रा ने बताया कि उत्कृष्ट विद्यालय मैदान की हालत बहुत खराब है गंदगी के बीच बच्चों को प्रैक्टिस करना पड़ रहा है। बालाघाट में खेल मैदान बचे नहीं है, मुलना स्टेडियम में प्रशासन व खेल एवं युवक कल्याण विभाग अपना कब्जा बनाकर बैठ गया है किसी को वहां घूमने या खेलने नहीं देते। क्रिकेट तो बिल्कुल खेलने की इजाजत नहीं है रेंजर कॉलेज मैदान में भी खेलने की इजाजत नहीं है फॉरेस्ट ऑफीसर वहां खेलने नहीं देते, नगरपालिका स्कूल मैदान की हालत किसी से छिपी नहीं है ऐसे में एकमात्र उत्कृष्ट स्कूल मैदान ही है लेकिन यह मैदान भी सुरक्षित नहीं मिल रहा है। कई बार नेताओं और प्रशासन से आग्रह किया गया लेकिन क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए व्यवस्थित मैदान उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here