बालाकोट आतंकी हमले के दौरान पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रहे पूर्व राजनयिक अजय बिसारिया ने खुलासा किया है कि यदि उस समय पाकिस्तान भारत के अभिनंदन वर्तमान को रिहा नहीं करता, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते थे।
अजय बिसारिया ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, पुलवामा हमले के ठीक बाद मैं भारत आया था और उस टीम का हिस्सा था, जो स्थिति की निगरानी कर रही थी। उस समय भारत की ओर से पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश गया था कि अगर पायलट (अभिनंदन) को वापस नहीं किया गया, तो भारत आगे की कार्रवाई के लिए तैयार है। हमने पाकिस्तान से जो कुछ भी सुना और हमारी जो भी बातचीत हुई, उससे हमें विश्वास था कि पाकिस्तान हमारे पायलट को लौटाने जा रहा है।
बता दें, अजय बिसारिया ने भारत-पाकिस्तान रिश्तों पर ‘Anger Management: The Troubled Diplomatic Relationship Between India and Pakistan’ शीर्षक से किताब लिखी है। इसमें तब के हालात पर कई अहम खुलासे किए गए हैं।
किताब में लिखा है कि भारत बड़ी सैन्य कार्रवाई के लिए तैयारी कर रहा था। इसकी भनक पाकिस्तान को लग गई थी। यही कारण है कि पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने आधी रात को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत ने इनकार कर दिया।