अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी ने वीडियो जारी कर अमेरिका के खिलाफ जमकर जहर उगला है। अल जवाहिरी ने कहा कि अमेरिका कमजोर हो गया है और वह अपने पतन की ओर बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, जवाहिरी ने यह भी कहा कि अमेरिका की कमजोरी के कारण उसका सहयोगी यूक्रेन रूसी आक्रमण का शिकार बना। जवाहिरी ने दावा किया कि अमेरिका इराक और अफगानिस्तान में हार चुका है।
आतंकी गतिविधियों की निगरानी करने वाले एसआईटीई खुफिया समूह के मुताबिक अल-जवाहरी का 27 मिनट का वीडियो शुक्रवार को जारी किया गया। इस वीडियो में आतंकी सरगना एक डेस्क पर बैठा दिख रहा है जहां किताबें और एक बंदूक भी रखी थी। मुसलमानों से एकजुटता की अपील करते हुए अल-जवाहिरी ने 9/11 आतंकी हमले के बाद इराक और अफगानिस्तान में शुरू किए गए युद्ध के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका की स्थिति कमजोर है और वह पतन की ओर बढ़ रहा है। अमेरिका पर हुए हमलों का मुख्य साजिशकर्ता और वित्त पोषक बिन लादेन था। अल-जवाहिरी ने कहा कि यहां इराक और अफगानिस्तान में अपनी हार, 9/11 के हमलों के कारण हुई आर्थिक बर्बादी , कोरोना महामारी के बाद उसने (अमेरिका ने) अपने सहयोगी यूक्रेन को रूसियों के शिकार के रूप में छोड़ दिया। कुछ दिन पहले जारी एक और वीडियो में अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी ने जम्मू और कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन करने के लिए अरब देशों की आलोचना की थी। उसने अपने वीडियो में कश्मीर की तुलना फिलीस्तीन से करते हुए भारत के खिलाफ जमकर बयानबाजी की।
जवाहिरी ने अपने वीडियो में इजरायल और भारत की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। इस वीडियो में हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों और सांप्रदायिक हिंसा के शिकार हुए लोगों को भी दिखाया गया था। जवाहिरी ने अपने वीडियो में कश्मीर की लड़ाई को मुसलमानों की लड़ाई के तौर पर बताया था। इतना ही नहीं, जवाहिरी के इस वीडियो में भारत में हिंसा भड़काने और कश्मीर के लोगों को हथियार उठाने के लिए उकसाया। इस वीडियो को अल-कायदा की मीडिया विंग अस-साहब ने जारी किया था। वीडियो में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में दिल्ली के जामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के दृश्य को भी दिखाया गया था।
अपने आका ओसामा बिन लादेन की मौत की 11वीं बरसी पर पहले से रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो जारी किया है।बिन लादेन को अमेरिकी बलों ने 2011 में पाकिस्तान में उसके ठिकाने पर हमला कर मार दिया था। अल-जवाहिरी के ठिकानों की जानकारी नहीं है। वह एफबीआई द्वारा वांछित है और उसे पकड़वाने में सहायक जानकारी देने वाले को 2.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाएगा।