राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खुल्ली लड़ाई शुरू हो चुकी है। सचिन पायलट मंगलवार को एक बार फिर मीडिया के सामने आए और पिछले दिनों अशोक गहलोत के लगाए गए बयानों का जवाब दिया। साथ ही ऐलान किया कि वे 11 मई से जन संघर्ष पद यात्रा निकालेंगे और राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले जनता जनार्दन के बीच जाएंगे।
अशोक गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं, वसुंधरा राजे
सचिन पायलट ने जयपुर में कहा, धौलपुर में अशोक गहलोत का भाषण सुनने के बाद ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।पहली बार किसी को अपनी ही पार्टी के सांसदों और विधायकों की आलोचना करते देख रहा हूं। बीजेपी के नेताओं की तारीफ करना और कांग्रेस के नेताओं का अपमान करना मेरी समझ से परे है, यह बिल्कुल गलत है।मैं 11 मई से अजमेर से जयपुर तक पांच दिवसीय जन संघर्ष पद यात्रा निकालूंगा। यह यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ है। इस यात्रा के बाद आगे कोई फैसला लिया जाएगा।125 किमी की यह पद यात्रा होगी। मैं जनता जनार्दन के बीच जाऊंगा। उनकी समस्याएं सुनेंगे। जो बच्चे परीक्षा रद्द होने के कारण परेशान हैं, उनसे मिलूंगा।










































