पूर्व मंत्री और बालाघाट के वर्तमान विधायक गौरीशंकर बिसेन के डॉक्टर दामाद ने मंडीदीप के दो मंजिला अस्पताल की छत से कूदकर खुदकुशी का प्रयास किया। ऊंचाई से गिरने के कारण उनकी सर्विकल बोन गर्दन की हड्डी टूट गई। फिलहाल, वे भोपाल के नर्मदा अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। खुदकुशी करने के प्रयास के पीछे के कारणों का अभी पता नहीं चला है।
मूलतः बालाघाट जिले के रहने वाले डॉ. चंद्रशेखर पारधी भोपाल के आशिमा मॉल के पास रहते हैं। जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर करीब 11 बजे मंडीदीप के आरोग्य अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अभिजीत पटेल से मिलने उनके अस्पताल पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे तक डॉ. पटेल के केबिन के बाहर बैठने के बाद दोपहर करीब साढ़े 12 बजे डॉ. चंद्रशेखर ने अस्पताल की छत से छलांग लगा दी।
इसके बाद दोपहर 1 बजे उन्हें भोपाल की अरेरा कॉलोनी के नर्मदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉ. चंद्रशेखर पारधी को गंभीर चोटें आई हैं। उनकी सर्विकल बोन टूट चुकी है।
मंडीदीप के आरोग्य अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अभिजीत पटेल के मुताबिक उन्हें डॉ. चंद्रशेखर पारधी के अस्पताल आने का कारण नहीं पता। उनसे मुलाकात होने से पहले ही डॉ. चंद्रशेखर ने अस्पताल की छत से छलांग लगा दी थी। जानकारी के अनुसार डॉ चंद्रशेखर पारधी ने डॉ. पटेल से मिलने के लिए करीब डेढ़ घंटे तक का लंबा इंतजार किया था, इस दौरान ही यह घटना हुई। घटना की जानकारी मिलने पर मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन अस्पताल पहुंचे और अपने दामाद की तबीयत के बारे में पूरी जानकारी ली।
जानकारी यही मिल रही है कि डॉ. चंद्रशेखर ने करीब तीन-चार महीने पहले ही डॉक्टरी की प्रैक्टिस छोड़ी थी। वे इससे पहले एक निजी अस्पताल में काम करते थे। फिलहाल वे अपनी पत्नी के साथ आशिमा मॉल के पास रहते हैं। उनका परिवार बालघाट में ही रहता है। मंडीदीप पुलिस बयान लेने अस्पताल पहुंची, लेकिन डाक्टर की हालत गंभीर होने की वजह से बयान नहीं हो सके। पुलिस का मानना है कि डाक्टर कैरियर को लेकर तनाव में रहे होंगे। जिस कारण इस तरह की घटना हो गई।