आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की अनिश्चित कालीन हड़ताल प्रारंभ होने से से आंगनबाड़ी केन्द्रो में ताले लगे हुये है। जिसकी वजह से नौनिहालो को पोषण आहर नही मिल पा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओ ने यह हड़ताल २० मार्च से प्रारंभ की है मगर वारासिवनी ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के लांजी प्रवास के दौरान उनको अपनी ५ सूत्रीय मांगो का ज्ञापन सौंपकर इस हड़ताल को नगर के गांधी बाल उद्यान के सामने टेंट लगाकर २१ मार्च से मोर्चा संभाला है। उनका साफ तौर पर कहना है कि इस बार वे लोग आर पार की लड़ाई प्रदेश सरकार से लडेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे।
मुख्यमंत्री को लांजी प्रवास पर भी सौंपा ज्ञापन – श्रीमती उमा
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की ब्लॉक अध्यक्ष श्रीमती उमा गोलेन्द्र ने बताया कि हमारी शासन से सिर्फ ५ मांगे है। जिसकी वजह से ही हमे आंगनबाड़ी केन्द्रो में ताला लगाकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठना पड़ा है। हमने बीते दिवस लांजी प्रवास पर आये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपा है और उनसे निवेदन किया है कि हमारी मांगो को शीघ्रता शीघ्र पूर्ण किया जाये।
यह है ५ सूत्रीय मांगे
श्रीमती गोलेन्द्र ने पद्मेश को बताया कि उनकी ५ सूत्रीय मांगो में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओ को नियमित किया जाये, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका को रिटायर्ड होने पर ५ लाख व सहायिका को ३ लाख रूपये दिया जाये। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को २६ हजार व सहायिका को २२ हजार रूपये वेतन दिया जाये, पर्यवेक्षक भर्ती में कार्यकर्ताओ को १०० प्रतिशत लिया जाये, मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी में परिवर्तित किया जाये, मुख्यमंत्री ने वर्ष २०१८ में घोषणा की थी कि कार्यकर्ता को १५ सौ व सहायिका को ७५० रूपये मानदेय में वृध्दि वही ऐरियर्स का भुगतान किया जाये।
नई नही पुरानी लंबित मांगे है – सुश्री गंगा
इसी मामले में सुश्री गंगा निर्विकार ने पद्मेश को बताया कि हम लोगों का यह मांग कोई नई मांग नही है। यह हमारी लंबित मांग है मगर हमारी किसी भी सरकार ने नही सुनी है। हम चाहते है कि हमारी मांगो पर त्वरित प्रदेश सरकार सुनवाई करे और हम लोगों को एक सौगात दे। हम लोग कितनी बार आंदोलन व हड़ताल कर चुके है मगर प्रदेश सरकार ने अपने कान बंद कर रखे है। इसलिये इस बार हम लोगों ने आंगनबाड़ी भवन में ताला जड़ दिया है। हमारी इस हड़ताल में हमारी सहायिका बहने भी शामिल है। बहरहाल इस हड़ताल में वारासिवनी ब्लॉक की करीब २०० आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका उपस्थित थी।