16 मार्च से हड़ताल कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा 2 दिन के भीतर हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने की चेतावनी दी गई थी।
7 अप्रैल को दी गई चेतावनी के बाद जब 8 अप्रैल को हमने इस विषय पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संगठन से चर्चा कि उनका अगला कदम क्या होगा। इस विषय पर संगठन की जिला अध्यक्ष योगिता कावडे ने बताया कि उन्हें इस विषय पर कोई आदेश या पत्र अब तक प्राप्त नहीं हुआ है।
इसीलिए इस बात का सवाल ही नहीं उठता कि उनके द्वारा 2 दिनों के भीतर हड़ताल समाप्त की जा रही है? रही बात यदि जिला प्रशासन द्वारा उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई तो उसके बदले में बालाघाट ही नहीं पूरे 22 जिले की हड़ताल कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगठन के सदस्यों द्वारा सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया जाएगा!
आपको बता दें कि 16 मार्च से हड़ताल कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लगातार अपने आंदोलन को उग्र किया जा रहा है। इसी कड़ी में 1 दिन पहले रेल रोकने और चक्का जाम करने की कोशिश की गई थी।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आगामी दिनों में जिले के प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग बालाघाट आने वाले हैं। जानकारी यही मिल रही है कि शायद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संगठन द्वारा उनका घेराव कर अपनी मांग उन्हें बताई जाएगी।
देखना अब यह है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन के इस आंदोलन हड़ताल का रुख किस और जाता है। जिला प्रशासन इस मामले में अगला कदम क्या रहता है।