आंगनवाड़ी नर्सरी स्कूल शिक्षिका/ सहायिका एकता संघ बालाघाट के बैनर तले शुक्रवार को परियोजना स्तर पर बकाया वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौपा गया।जहा कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने विगत दो माह से वेतन न मिलने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए ,तत्काल वेतन दिए जाने की गुहार लगाई।मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर, एसडीएम और सभी परियोजना कार्यालय के माध्यम से सौंपे गए विज्ञापन में संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि वेतन नहीं मिलेगा तो वह काम नहीं करेंगी । जहां बकाया वेतन सहित अन्य मांगों को पूरा करने के लिए संगठन द्वारा शासन को 7 दोनों का अल्टीमेटम दिया है। जहां 7 दिनों के भीतर उनकी सभी मांगे पूरी न होने पर उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है ।
जब से नए मुख्यमंत्री आए हैं तब से नहीं मिला वेतन- कुरैशी
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान संगठन के जिला संयोजक इकबाल एहमद कुरैशी ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने सीएम को बधाई देते हुए खेद व्यक्त किया कि आप जब से मुख्यमंत्री बने हैं, तब से कार्यकर्ता और सहायिकाओं को वेतन नही मिला है। जबकि कार्यकर्ता व सहायिकाएं शासन के निर्देशानुसार जनहित मे लगातार अपनी सेवाएं दे रही है एवं उत्कृष्ट कार्य हेतू प्रशंसा भी की गई क्योकि गर्भवति व धात्री महिलाओं की मृत्यु दर में कमी एवं कुपोषण को कम करने में भारी सफलता कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रदान कराई गई है। बावजूद प्रदेश के कुछ जिलों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को विगत दो माह का वेतन जारी नहीं किया गया है। ऐसे में कार्यकर्ता व सहायिकाओं को आर्थिक व शारीरिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में नारी सशक्तिकरण कैसे सफल हो पाएगा। जबकि अन्य कर्मचारी वर्गो को समयावधि में प्रतिमाह वेतन का भुगतान अदा हो रहा है।अन्य जिलों में भी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के मानदेय का भुगतान अदा किया जा चुका है। फिर कुछ जिलों में भुगतान न किया जाना खेद का विषय है। जिसमें बालाघाट जिला भी शामिल है।हमारी मांग है कि 07 दिवस में मानदेय का भुगतान अदा किया जाए अन्यथा मजबूरन विवश होकर दाम नहीं तो काम नहीं के नारे के साथ काम बंद हड़ताल करने बाध्य होना पड़ेगा।
तो काम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल कर करेंगे उग्र प्रदर्शन – आशा गोस्वामी
वही ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान आशा कार्यकर्ता श्रीमती आशा गोस्वामी ने बताया कि जनवरी को मिलाकर यह तीसरा महीना है कि हमें पेमेंट नहीं मिला है। यूनिफॉर्म भी अब तक प्राप्त नहीं हुई है। यहां तक की मोबाइल रिचार्ज की राशि भी खाते में नहीं आई है ।कई ऐसे काम है जो जिन पर हमें मजबूरन राशि खर्च करनी पड़ रही है।केवल वेतन ही नहीं बल्कि हमारी अन्य मांगे भी है।जिसको लेकर आज ज्ञापन सौपा गया है जिसमें मांग पूरी करने के लिए सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया है।यदि एक सप्ताह के भीतर हमारी मांगे पूरी नहीं होती तो संगठन द्वारा अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी