आकाश में रोज एक लाख से ज्यादा विमान उड़ते हैं। एयर टरबाइन फ्यूल की बढ़ती कीमतों ने एयरलाइंस कंपनियों और सरकारों को आर्थिक संकट में डाल रखा है। जिसके कारण अब इलेक्ट्रिक प्लेन की मांग बड़ी तेजी के साथ होने लगी है।
स्वीडन की एक स्टार्टअप कंपनी हॉट एयरोस्पेस ने 30 सीटों वाले इलेक्ट्रिक प्लेन को बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। ईएस-30 के नाम से बन रहे इस इलेक्ट्रिक प्लेन का उपयोग 2028 तक कमर्शियल सेवाओं के लिए शुरू हो जाएगा। बैटरी से उडने वाले इलेक्ट्रिक विमानों पर लगातार रिसर्च की जा रही है। लगातार इसमें बदलाव किए जा रहे हैं। कंपनी का दावा है कि 2026 में टेस्टिंग के बाद इलेक्ट्रिक प्लेन आकाश में उड़ने लगेंगे।
कंपनी का दावा है 30 सीटों वाला इलेक्ट्रिक प्लेन 200 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है। हाइब्रिड टर्बो जनरेटर की मदद से 200 किलोमीटर अतिरिक्त उड़ान भर सकता है। विमान के फ्यूल पर होने वाला खर्च 80 फ़ीसदी तक कम होगा। आवाज कम होगी, ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कंपनी द्वारा 19 सीटों वाले इलेक्ट्रिक प्लेन का पिछले साल ट्रायल किया गया था। उसके बाद लगातार परिवर्तन कर इसे कमर्शियल उड़ान की दृष्टि से तैयार किया जा रहा है।