बिहार में दो अलग-अलग घटनाओं में आग लगने के कारण मंगलवार को 9 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में अररिया व गया जिलों में आग लगने से 9 बच्चों की मौत हो गई। पहली घटना अररिया जिले के पलासी प्रखंड के चहटपुर पंचायत अंतर्गत कवैया गांव में सोमवार की दोपहर हुई, मक्के की बाली पकाने के दौरान झुलस जाने से 6 दर्जन बच्चों की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की दोपहर 12 बजे एक घर में कुछ बच्चे मक्के की बाली पका रहे थे। उसी दौरान पुआल (पराली) में आग पकड़ने के कारण तेज लपटों की चपेट में आने से 6 दर्जन बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए।
दूसरी घटना गया जिले में
दूसरी घटना गया जिले के बोधगया थाना क्षेत्र के मनकोसी गांव के राहुल नगर टोला में रविवार की रात हुई जहां होलिका दहन के बाद लुकवारी (मशाल की तरह बनी जलती लकड़ी) फेंकने गए चार नाबालिग झाड़ी में लगी आग की चपेट में आ गए। उनमें से तीन बच्चों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चौथा बच्चा बुरी तरह झुलस गया। हादसे के शिकार बच्चों में कलेश्वर मांझी का 12 वर्षीय पुत्र रोहित कुमार, बाबूलाल मांझी का पुत्र नंदलाल मांझी (13) और पिटू मांझी का 12 वर्षीय पुत्र उपेंद्र कुमार शामिल है।
वहीं, मोराटाल पंचायत की उप मुखिया गीता देवी के 12 वर्षीय पुत्र रितेश कुमार का इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि होलिका दहन के बाद बच्चे गांव के सामने वाली पहाड़ी पर गए थे। उसी बीच किसी बच्चे ने पहाड़ी पर झाड़ी में जलती हुई लकड़ी फेंक दी जिससे झाड़ियों ने आग पकड़ ली। आग की तेज लपटें देख बच्चे दूसरा रास्ता तलाश रहे थे। रास्ता नहीं होने के कारण उन्होंने लपटों के बीच से निकलकर भागने की कोशिश की, लेकिन सभी बुरी तरह झुलस गए। तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। बोधगया थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मितेश कुमार ने मामले की पुष्टि की।