जिले के भीतर आदिवासी क्षेत्रों में पोषण को लेकर महिलाओं की स्थिति कितनी बेहतर है। इस बात का खुलासा आए दिन होते रहता है। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में से कुल रक्त का 50 फ़ीसदी जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर गायनिक वार्ड में भर्ती होने वाली प्रसूकता महिलाओं को दिया जाता है।
हालांकि शहर के भीतर रक्त के दानदाताओं की कमी नहीं है जब भी जरूरत पड़ती है जिला अस्पताल द्वारा ऐसे लोगों को सोशल मीडिया और पर्सनली फोन कर जानकारी दे दी जाती है कोई ना कोई रक्तदाता अपनी उपस्थिति दर्ज कर समय पर रक्तदान कर जाता है।
लेकिन बीते 1 वर्ष के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो लगातार जिला अस्पताल का रक्त बैंक रिजर्व में बना रहता है इसके पीछे बड़ी वजह प्रसूता वार्ड में भर्ती होने वाली आदिवासी क्षेत्र से आने वाली महिलाओं को लगने वाला बहुत अधिक मात्रा में ब्लड है। एक सवाल का जवाब देते हुए स्वयं सिविल सर्जन डॉक्टर आरके मिश्र भी इस बात की जानकारी देते हुए दिखाई देते हैं।