किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलवाने एवं दलालों व बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष मार्केटिंग एवं सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जाती है और शासन के निर्देशानुसार वर्ष २०२२-२३ के लिए बालाघाट जिले सहित लालबर्रा विकासखण्ड में २८ नवंबर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य शुरू होना है किन्तु कुछ केन्द्रों का निर्धारण भी स्पष्ट नही हो पाया है जिससे असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है और जिन सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से धान खरीदी किया जाना है वह बारदाने तक नही पहुंचे है जिससे समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य में परेशानियां बढ़ सकती है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ९ सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत १३ धान खरीदी केन्द्र बनाये गये है एवं कंजई को धान खरीदी केन्द्र नही बनाया गया है। इस तरह २८ नवंबर से १३ केन्द्रों में समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू की जायेगी और समिति के प्रबंधकों के द्वारा धान खरीदी की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। लालबर्रा वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा व सेवा सहकारी समिति मिरेगांव के द्वारा बकोड़ा स्थित कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जायेगी परन्तु मंडी परिसर में वेयर हाउस का रखा ७ हजार क्विंटल गेंहू ठप्प रहने के कारण खरीदी करने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसलिए मंडी परिसर में रखी गेंहू को अन्यंत्र स्थान पर किये जाने की मांग की गई है। वहीं जिम्मेदारों का कहना है कि २८ नवंबर से शासन के निर्देशानुसार धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य का श्रीगणेश किया जायेगा किन्तु इस आधी अधुरी तैयारी में कैसे धान खरीदी का कार्य शुरू पायेगा समझ से परे लग रहा है।
स्लॉट बुक कर अपनी सुविधानुसार किसान बेच सकेंगे धान
प्रतिवर्ष किसानों को अपनी उपज को विक्रय किस तिथि में करना है उसके लिए किसानों को भोपाल स्तर से मोबाइल में मैसेज आता था परन्तु इस वर्ष किसानों को मोबाईल पर मैसेज नही आयेगा बल्कि किसान अपनी स्वेच्छानुसार समिति से धान विक्रय करने की तिथि लेगा और उस तिथि पर अपनी उपज विक्रय के लिए लेकर आयेगा जिसके लिए शासन के द्वारा स्लॉट बुक की सुविधा प्रदान की गई है। जिसमें किसान अपने-अपने क्षेत्र की खरीदी केन्द्रों में पहुंचकर समर्थन मूल्य में धान विक्रय के लिए किये गये पंजीयन की प्रति, मोबाईल नंबर लेकर पहुंचेगें जिन्हे उनकी इच्छानुसार तिथि दी जायेगी कि किस तिथि में आप अपना धान विक्रय करने लायेगें उसी दिन किसान उपज लेकर पहुंचेगा जिससे पूर्व की भांति खरीदी केन्द्रों में भीड़ भी नही होगी और किसानों को परेशानी भी नही होगी।
२०४० रूपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर होगी धान खरीदी
किसानों के द्वारा लंबे समय से धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की जा रही ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके परन्तु सरकार समर्थन मूल्य किसानों की मांग के अनुरूप नही बढ़ा रही है जिससे किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त देखा जा रहा है। शासन के द्वारा वर्ष २०२२-२३ में सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से खरीफ धान की फसल २०४० रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जायेगी। किसानों ने शासन-प्रशासन से धान का समर्थन मूल्य २५०० रूपये प्रति क्विंटल किये जाने की मांग की है ताकि इस महंगाई के दौर में फसल उत्पादन में लगने वाली लागत निकल सके।
चर्चा में वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा धान खरीदी प्रभारी सुभाष बोपचे ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार २८ नवंबर से वृहत्तार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा के द्वारा कृषि उपज मंडी बकोड़ा में खरीदी की जायेगी जिसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है और पंजीकृत ५९१ किसानों का २८ नवंबर से १६ जनवरी तक २०४० रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जायेगी परन्तु बारदाने नही आये है साथ ही यह भी बताया कि पूर्व में किसानों को अपनी उपज विक्रय करने के लिए मैसेज आते थे परन्तु इस वर्ष मैसेज नही आयेगें बल्कि स्टॉल बुक करवाना पड़ेगा यानि किसान खरीदी केन्द्र पहुंचकर अपनी सुविधानुसार धान लाने के लिए उनकी इच्छानुसार तिथि दी जायेगी और उक्त तिथि पर वे अपनी उपज विक्रेय करेगें जिससे धान खरीदी करने में सुविधा होगी।