खंडवा में रविवार रात खाली पड़े एक मकान में हो रही महाआरती को लेकर विवाद हो गया। विवाद के बाद पथराव में CSP समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। मकान में भाजपा पार्षद राजेश यादव का बर्थडे मनाया जा रहा था। इसी दौरान उस मकान को खरीदने का दावा करने वाला शख्स भी अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गया। जिसके बाद वहां विवाद हो गया। एक पक्ष के लोगों ने मकान में पुराना मंदिर होने का दावा किया। हालांकि, पुलिस ने मकान से मूर्ति हटवाकर थाने भिजवा दी।
पूरा विवाद दुबे कॉलोनी के मुंशी चौक स्थित एक मकान को लेकर है। इस मकान में आरती की आवाज सुन क्षेत्र में रहने वाला असगर अपने दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचा। घर के अंदर 10-15 लोग आरती कर रहे थे। ये देख असगर और उसके साथियों ने आपत्ति ली। दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी हुई। लोगों की भीड़ लग गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के सामने ही पथराव शुरू हो गया। दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थर मारने का आरोप लगाया है। तब घर के अंदर आरती हो रही थी। इस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने आपत्ति ली।
भीड़ बढ़ने की सूचना पर वहां टीआई बलराम सिंह, अशोक चौहान, शिवराम पाटीदार और अन्य अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। मामला नियंत्रण से बाहर होने और पथराव की सूचना पर पुलिस बल ने अफसरों को सूचना दी। मौके पर कलेक्टर, एसपी सहित पुलिस बल पहुंचा और भीड़ को हटाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
हिंदू पक्ष से खरीदा था मकान
असगर का दावा है कि उसने यह मकान तीन महीने पहले खरीद लिया है। उसके पास मकान के सभी दस्तावेज भी हैं। वहीं, दूसरे पक्ष के रवि अव्हाड़ ने बताया कि मकान में डेढ़ सौ साल पुराना मंदिर है। वहां हनुमान जी की मूर्ति पहले से स्थापित थी। यह मकान हमने शंकर जाधव को सस्ते दामों पर इसलिए बेचा था ताकि वहां हनुमान जी का पूजा-पाठ होता रहे, लेकिन उसने मकान असगर खान को बेच दिया। पार्षद राजेश यादव का जन्मदिन था, इसलिए यहां महाआरती करके उनका जन्मदिन मना रहे थे।
मूर्ति को थाने भिजवाया
दोनों पक्षों के लोग जब सड़क पर बढ़ने लगे तो पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गाड़ी पर लगे माइक से ही धारा 144 की की सूचना दी। पुलिस ने सभी लोगों को घर में जाने की हिदायत दी। भीड़ कम होने के बाद अफसरों ने असगर से मकान की रजिस्ट्री और उससे जुड़े दूसरे दस्तावेज मंगवाए।
कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी विवेक सिंह, एएसपी सीमा अलावा, एसडीएम अरविन्द सिंह, सीएसपी पूनमचंद्र यादव समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस फोर्स के बीच मकान के अंदर रखी हनुमान जी की मूर्ति को वहां से हटवाकर थाने पहुंचाया और मकान को बंद करवाया। साथ ही रोड और आसपास जमा पत्थरों को निगम की गाड़ी बुलवाकर हटवाया।