सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को दो टूक कहा कि देश की सीमा पर यथास्थिति में एकतरफा बदलाव की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उनका निशाना साफ तौर पर चीन की ओर था, जिसके साथ बीते करीब डेढ़ साल से भी अधिक समय से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। वह भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day 2022) पर आयोजित परेड को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने आतंकियों को पनाह देने को लेकर पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया।
यहां केएम करियप्पा परेड ग्राउंड में आर्मी डे परेड को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने चीन के साथ लगने वाली उत्तरी सीमाओं पर घटनाक्रम का हवाला देते हुए कहा, बीता साल सेना के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। पूर्वी लद्दाख गतिरोध की ओर संकेत करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि हालात को नियंत्रण में लाने और इसे बरकरार रखने के लिए भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की 14 दौर की वार्ता हो चुकी है। विभिन्न स्तरों पर संयुक्त प्रयास से कई इलाकों में सैनिकों के पीछे हटने का काम पूरा हुआ है, जो रचनात्मक कदम है। परस्पर हितों के आधार पर समाधान तलाशने के प्रयास जारी रहेंगे।
‘कोई न करे हमारे धैर्य को परखने की गलती’
सैन्य परेड को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने देश की सुरक्षा के लिए जवान बर्फ से ढके पहाड़ों पर तैनात हैं। उनका मनोबल आसमान छू रहा है। चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए सेना प्रमुख ने कहा, ‘हमारा धैर्य हमारे आत्मविश्वास की निशानी है, लेकिन किसी को भी इसे परखने की गलती नहीं करनी चाहिए। हमारा संदेश साफ है, भारतीय सेना देश की सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोई भी एकतरफा कोशिश सफल नहीं होने देगी।’
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने इस दौरान पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर इस साल हालात बेहतर हैं, लेकिन पाकिस्तान अब भी आतंकवादियों को पनाह दे रहा है। सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं, जिसे हमारे जवान नाकाम कर रहे हैं। आतंक विरोधी ऑपरेशंस में 144 आतंकी मारे जा चुके हैं। वहीं 300-400 आतंकी भारत में घुसपैठक की साजिश में जुटे हैं। सेना इसे कभी कामयाब नहीं होने देगी।