ब्रिटेन में कोरोना वायरस के केस फिर बढ़ने लगा है। यहां वैक्सीन लगवा चुके लोगों में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) की एक रिपोर्ट बेहद हैरान कर देने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार बिना टीका लगाए लोगों की तुलना में डोज लगवा चुके लोग अधिक कोविड-19 से मर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 फरवरी से 21 जून के बीच कोरोना वायरस से पॉजिटिव होने के 28 दिनों के अंदर डेल्टा वेरिएंट से मृत्यु वाले 257 लोगों में 163 को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी को पूरी तरह से कोविड वैक्सीन लग चुकी है। लेकिन इसके बावजूद बीमार होने वाले सभी लोगों को बचाया नहीं जा सकता। संक्रमित होने वाले कुछ लोग मरेंगे ही। पीएचई ने रिपोर्ट में कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि टीका मौत को कम करने में प्रभावी नहीं है। कोविड से मरने का जोखिम मरीज के उम्र के अनुपात में हर 7 साल में एक गुना बढ़ता है।
वहीं ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज लंदन के सीनियर वायरस ट्रैकिंग स्पेशलिल्ट प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने बताया कि ब्रिटेन में तीसरी लहर पीक पर है। यहां 87.2 प्रतिशत संक्रमित है। जो वैक्सीन लगवा चुका हैं। ऐसे में बड़ा प्रश्न हैं कि क्या 19 जुलाई से ब्रिटेन में पूरी तरह से अनलॉक क्या उचित है। उन्होंने कहा कि 6 जुलाई को 12905 ऐसे लोगों वायरस पता चला है। जिन्हें टीका लग चुका है। स्पेक्टर ने अनुमान जताया है कि आने वाले समय में ये ग्राफ और अधिक बढ़ेगा।