आप रिकरिंग डिपॉजिट (RD) के जरिए बच्चे की पढ़ाई या शादी के लिए आसानी से पैसा जुटा सकते हैं। RD के तहत आप छोटी-छोटी सेविंग करके बड़ी रकम तैयार कर सकते हैं। आप इसमें हर महीने सैलरी आने पर एक निश्चित रकम डालते रहें और इसके मैच्योर होने पर आपके हाथ में बड़ी रकम होगी। कई बैंक ऐसे हैं जो आपको RD पर 8% तक का ब्याज दे रहे हैं।
100 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
इस आरडी स्कीम में आप मिनिमम 100 रुपए हर महीने निवेश कर सकते हैं। इससे ज्यादा मैक्सिमम जमा राशि की कोई लिमिट नहीं है। इसमें 6 महीनों से लेकर 10 साल तक के लिए निवेश किया जा सकता है।
कौन-सा बैंक दे रहा कितना ब्याज
बैंक | 1 साल की RD पर ब्याज | 2 साल की RD पर ब्याज | 5 साल की RD पर ब्याज |
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.00% | 8.50% | 8.00% |
इंडसइंड बैंक | 8.00% | 7.50% | 7.25% |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.50% | 7.50% | 6.75% |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 6.75% | 7.25% | 7.25% |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 6.40% | 6.70% | 6.20% |
बैंक ऑफ इंडिया | 6.65% | 6.70% | 6.50% |
पोस्ट ऑफिस | 5.80% | 5.80% | 5.80% |
SBI | 5.00% | 5.10% | 5.40% |
5 साल के लिए RD करने पर कितना पैसा मिलेगा?
अगर आप 5 साल के लिए RD में हर महीने 3 हजार रुपए निवेश करते हैं तो आपको बैंक की ब्याज दर के हिसाब से 5 साल बाद जो रकम मिलेगा यह हम आपको बता रहे हैं।
बैंक | कितना पैसा मिलेगा | कितना ब्याज मिलेगा |
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक | 2.22 लाख रु. | 42 हजार रु. |
इंडसइंड बैंक | 2.17 लाख रु. | 37 हजार रु. |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 2.15 लाख रु. | 36 हजार रु. |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 2.17 लाख रु. | 37 हजार रु. |
बैंक ऑफ इंडिया | 2.13 लाख रु. | 33 हजार रु. |
नोट- ये कैलकुलेशन एक मोटे तौर पर किया गया है। बैंक और पोस्ट ऑफिस समय-समय पर ब्याज दरों की समीक्षा करते रहते हैं।
RD से कमाए गए ब्याज पर देना होता है टैक्स
रिकरिंग डिपॉजिट (RD) से होने वाली ब्याज आय अगर 40000 रुपए (सीनियर सिटीजन के मामले में 50000 रुपए) तक है तो इस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता। इससे ज्यादा आय होने पर 10% TDS काटा जाता है।
PAN न होने पर लगता है ज्यादा टैक्स
तय छूट लिमिट से ज्यादा ब्याज आय होने पर बैंक द्वारा 10% TDS काटा जाता है। लेकिन अगर आपने PAN नहीं दिया है तो TDS की दर 20% हो जाती है।
अगर आपकी कुल आय टैक्स के दायरे में न आती हो तो क्या करें?
अगर आपकी सेविंग अकाउंट, FD या RD से सालाना ब्याज आय तो क्रमशः 10000, 40000 और 50000 रु से अधिक है लेकिन कुल सालाना आय (ब्याज आय मिलाकर) उस सीमा तक नहीं है, जहां उस पर टैक्स लगे तो बैंक TDS नहीं काटा जाता है। इसके लिए सीनियर सिटीजन को बैंक में फॉर्म 15H और अन्य लोगों को फॉर्म 15G जमा करना होता है। फॉर्म 15G या फॉर्म 15H खुद से की गई घोषणा वाला फॉर्म हैं। इसमें आप यह बताते हैं कि आपकी आय टैक्स की सीमा से बाहर है। जो इस फॉर्म को भरता है उसे टैक्स की सीमा से बाहर रखा जाएगा।
