पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए आज का दिन कड़ी परीक्षा का दिन है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव आने से पहले इमरान खान ने रविवार को बड़ी संख्या में लोगों को अपने समर्थन में लामबंद करके ताकत दिखाई थी कि लोगों का उन पर कितना विश्वास है, लेकिन इस बात की संभावना बेहद कम है कि सरकार बचाने के लिए संसद में वह जरूरी बहुमत जुटा सके।
नेशनल असेंबली की कार्रवाई 4 बजे से
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की कार्यवाही शाम 4 बजे शुरू होगी। इससे पहले इमरान खान की पार्टी के 24 सांसद बागी हो गए हैं और उन्होंने विपक्षी दलों से हाथ मिला लिया है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही इमरान खान प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दें। आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने उनसे मुलाकात की और उन्हें कुर्सी छोड़ने की सलाह दी है। पाकिस्तानी संसद में बहुमत के लिए 172 सांसदों की जरूरत होती है, लेकिन इमरान की पार्टी के अलावा कुल 39 सांसदों ने इमरान का साथ छोड़ा है
इमरान खान ने 27 मार्च रविवार को लोगों से उनके समर्थन में जुटने की अपील की थी। इमरान की पार्टी ने दावा किया था कि इस समर्थन रैली में 10 लाख से ज्यादा लोग आएंगे, लेकिन इस रैली में 1 लाख लोग भी नहीं जुटे। इस बीच पाकिस्तान के विपक्षी दल आज अपनी ताकत दिखाने जा रहा है। पाकिस्तानी विपक्षी दलों के संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने सोमवार को इस्लामाबाद में ताकत दिखाने की घोषणा की है। विपक्ष अब इमरान खान की सरकार को गिराने का पूरा मूड बना चुका है।
बिलावल भुट्टो से मिले बुगती और दे दिया इस्तीफा
इस बीच बलूच नेता शाहजैन बुगती ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही इस्तीफा दे दिया है। बुगती बलूचिस्तान में सुलह और सद्भाव पर इमरान खान के विशेष सहायक के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी से मुलाकात के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बुगती ने कहा है कि वह इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष का समर्थन करेंगे।