जनपद पंचायत किरनापुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सारद के उपसरपंच सहित अन्य पंचों ने पंचायत सरपंच पर शासकीय राशि के गबन किए जाने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। जिन्होंने मनरेगा ,वृक्षारोपण सहित अन्य कार्यों में धांधली करने, मकान टैक्स, रौशनी टैक्स और जलकर वसूल कर उसकी राशि शासकीय खाते में जमा न कर स्वयं के खाते में जमा करने सहित उनके अन्य निर्माण कार्य मे भारी भ्रष्टाचार कर शासकीय राशि का गबन किए जाने का आरोप लगाया है।जिन्होंने सरपंच पर विभिन्न आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत सम्बधित कार्यालयो में ज्ञापन सौपकर की है।जिन्होंने शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौपकर समस्त मामलों की जिला स्तर से जांच कराकर सरपंच के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है। उक्त मांग को लेकर कलेक्टर का कार्यालय ज्ञापन सौंपने पहुंचे ग्रामीणों में ग्राम पंचायत सारद उप सरपंच नंदकिशोर ढेकवार ,पंच पृथ्वीराज पटले,धनलाल बिसेन ,पंचपति मुकेश पारधी सहित अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
मामले की जांच कर सरपंच के खिलाफ की जाए कार्यवाही – ढेकवार
उक्त मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे उप सरपंच नंदकिशोर ढेकवार ने बताया कि ग्राम सारद सरपंच द्वारा लगभग 70% मकानो से मकान टैक्स, जल टैक्स एवं प्रकाश टैक्स वसूल किया गया था।जिसे आज दिनांक तक सरकारी खजाने में जमा नही किया गया है।जिसे सरपंच ने स्वयं रख लिया है।उन्होंने आगे बताया कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग द्वारा सारद पंचायत में सड़क एवं पुलिया का निर्माण कार्य किया गया था। वहा से निकले पाइप सरपंच के सुपुर्द किये गये थे जिसे बेचकर सरपंच द्वारा मोटी रकम गबन कर शासकीय राशि का दुरूपयोग किया गया है। जबकी उक्त राशि को सरकारी खजाने में जमा किया जाना था।उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण में भी मस्टर रोल में केवल सरपंच के परिवारो का ही नाम पेश किया गया है। जिसकी शिकायत दिनांक 20 जून 23 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत किरनापुर में की गई किन्तु उक्त शिकायत पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही की गई।इसी प्रकार सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत सारद के अन्तर्गत सुदुर सम्पर्क सड़क मंनरेगा पटेल टोला से सारद तक निर्माण कार्य प्रारंभ है। जिस कार्य को मजदुरो के द्वारा किया जाना था किन्तु सरपंच/सचिव द्वारा उक्त कार्य को बिना मस्टल निकाले ही जे.सी.बी. मशीन, टेक्टर, ग्रेडर से कार्य करवाया जा रहा है। जिसकी विडियों भी। उन्होंने बताया कि मटेरियल की टेस्टिंग किये बिना ही सडक निर्माण कार्य किया जा रहा है। सरपंच/सचिव द्वारा बिना प्रस्ताव के एवं बिना पंचो की सहमति के खाते से राशि निकाला जा रहा है। और ग्राम पंचायत में आज दिनांक तक कोई आमसभा एवं मिटिंग भी नही लगाई गई है। किन्तु सरपंच द्वारा अपने घर में पंचो को बुलाकर उनके उपर दबाव डालकर अपने ही घर में मिटिंग रखी जाती है। पंचो द्वारा राशि एवं मिटिंग की जानकारी पुछने पर सरपंच पति/सचिव द्वारा अपनी दादागिरी बताकर सभी को शांत करवा दिया जाता है। उन्होंने इन सभी मामलों की शिकायत करते हुए सभी बिंदुओं की जिला स्तर से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है