जिले के किरनापुर थाना अंतर्गत ग्राम किन्ही से लगे बोरबंन और सिरका के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए दो महिला नक्सली की लाश का पोस्टमार्टम करवा कर दोनों की लाश उनके परिजनों को सुपुर्द करने के लिए जिला अस्पताल के फ्रीजर में सुरक्षित रखवा दी गई है।
दोनों महिला नक्सली जिनमें शोभा पति उमेश गावड़े 30 वर्ष निवासी गडचिरोली महाराष्ट्र जो नक्सलवादी संगठन मलाजखंड एरिया कमेटी की सक्रिय सदस्य और सावित्री उर्फ आयते 24 वर्ष गंगालूर बस्तर छत्तीसगढ़ की मूल निवासी है। जो नक्सली संगठन दरेकसा एरिया कमेटी की सदस्य बताई गई है। किरनापुर पुलिस ने इस मामले में 1 दर्जन नक्सलियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू किया है।
आपको बताये कि 11 एवं 12 दिसंबर की दरमियान किरनापुर थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम किन्ही से लगे बोरवन और सिरका के जंगल में नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इस क्षेत्र में आए थे इस क्षेत्र में पुलिस पार्टी द्वारा की जा रही है सर्चिंग के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए आमना-सामना और चली गोलीबारी में उक्त दोनों महिला नक्सली मारे गए।
दोनों महिला नक्सली के विरुद्ध 14-14 लाख का इनाम घोषित किया गया था। दोनों महिला नक्सली मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र में दलम के साथ सक्रिय थी। 12 दिसंबर को दोनों महिला नक्सली की लाश पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल लाई गई थी ।जहां दोनों महिला नक्सली की लाश का आगे एक्सरा किया गया उसके बाद दोनों की लाश का पोस्टमार्टम चिकित्सीय टीम द्वारा किया गया।
किरनापुर पुलिस ने बोरबन और सिरसा के जंगल प्रतिबंधित माओवादी संगठन के नक्सलियों द्वारा पुलिस बल को जान से मारने की नियत से फायरिंग करने तथा विधि विरुद्ध क्रियाकलाप में शामिल होने के आरोप में प्रतिबंधित माओवादी नक्सली संगठन मलाजखंड दलम के सदस्य विकास नगपुरे, प्रेम उर्फ उमराव, गणपत मरावी, रोशन ,रीता, शोभा गाडवे, मन्तु उर्फ तिजू कमांडर दरेकसा दलम, देवचंद उर्फ नरेश उर्फ चंदू ,सावित्री उर्फ आयते एवं अन्य महिला पुरुष नक्सलियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की है।