शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों में गंभीर कोविड संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पतालों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है। मंगलवार शाम को जहां एमटीएच में आक्सीजन खत्म होने के कारण मरीजाें को इंडेक्स अस्पताल भेजने की नौबत आ गई थी। वहीं अरबिंदो अस्पताल में इस बार पिछले वर्ष तक सर्वाधिक भर्ती एक हजार मरीजों से ज्यादा मरीज वर्तमान में भर्ती हो चुके है। यहां पर करीब 800 मरीज आक्सीजन व आईसीयू में भर्ती है।
ऐसे में अस्पताल प्रबंधन के लिए यहां भर्ती मरीजों के लिए आक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजाम करना मुश्किल हो रहा है। अस्पताल के जनरल मैनेजर राजीव सिंह के मुताबिक हमारे अस्पताल में 13 हजार लीटर क्षमता का आक्सीजन टैंक है और 100 जम्बो सिलिंडर के माध्यम से अभी तक काम चल रहा था। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण आक्सीजन की डिमांड भी बढ़ गई। बुधवार सुबह हमने 40 सिलिंडर पीथमपुर आक्सीजन रीफिल करने के लिए भेजे लेकिन दोपहर तक आक्सीजन ही नहीं मिली। वहां के प्लांट संचालक बोले कि हम सिर्फ सरकारी अस्पतालों को ही आक्सीजन देंगे।
इस संबंध में हमने एडीएम अभय बेड़ेकर को भी सूचना दी। पिछले तीन से चार दिन से हम आक्सीजन की व्यवस्था को जैसे-तैसे मैनेज कर रहे है। यदि आक्सीजन सिलेंडर नहीं मिले तो यहां भर्ती मरीजों के इलाज में मुश्किल आ जाएगी। इसके अलावा हमारे अस्पताल में गंभीर रुप मे भर्ती करीब 400 मरीजों को रेमडेसीविकर इंजेक्शन लग रहे है। इंजेक्शन भी आसानी से उपलब्ध नहीं होने से भी मरीजों को इंजेक्शन देने में परेशानी आ रही है।