शंकरसाव पटेल शासकीय महाविद्यालय वारासिवनी में अध्यनरत एलएलबी के विद्यार्थियों के द्वारा 11 जनवरी को जनभागीदारी अध्यक्ष शासकीय महाविद्यालय वारासिवनी के नाम का ज्ञापन महाविद्यालय में सौप कर छात्र-छात्राओं के लिए बैठक पुस्तक एवं शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की गई। ज्ञापन में विद्यार्थियों ने बताया कि हम समस्त विधि विद्यार्थी है हमें वर्तमान समय में अध्यापन करने में अत्यन्य कठीनायों का सामना करना पढ़ रहा है जिसका असर हमारे परीक्षा परिणाम पर भी देखने को मिल रहा है जबकि हम अपने तरफ से पूरी मेहनत कर रहे हैं किंतु फिर भी व्यवस्था के अभाव में हमें परेशानी हो रही है। हमारे शिक्षण कार्य के लिए शिक्षकों की कमी बनी हुई है वही लाइब्रेरी में नवीन पुस्तकों की कमी है वही हमारा कोई निश्चित कक्ष नहीं है ऐसे में किसी भी कक्ष में कक्षा लगाने के दौरान यदि दूसरी कक्षा के विद्यार्थी आते हैं तो हमें उक्त कक्ष को छोड़कर बाहर आना होता है। इस प्रकार से हमें शिक्षण कार्य में समस्या हो रही है इन समस्यो से समस्त विद्यार्थीयों को जुझना पड़ना पड़ रहा है। इस अवसर पर प्रदीप टेकाम आशीष सिंह भारती पटले नेहा क्षीरसागर बादल बांसोड़ पर्वत गजभिये रितु राहंगडाले रोहित तुरकर रितु ठाकरे दुर्गा प्रसाद आंचल सहारे दिव्या रिनायत सहित अन्य छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
छात्र बादल बांसोड़ ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि महाविद्यालय में हमारे लिए बैठक व्यवस्था नहीं है शिक्षकों की कमी बनी हुई है पुस्तक पुरानी मिल रही है नया कुछ नहीं है। हमारे पास पर्याप्त पुस्तक नहीं है 1 वर्ष हमारा ऐसे ही बीत गया यह दूसरा वर्ष प्रारंभ है किंतु मेरे द्वारा लाइब्रेरी से अभी तक पुस्तक नहीं ली गई है क्योंकि वहां पुस्तक नहीं है। इस कारण से हमें पढ़ने में समस्या आ रही है तृतीय सेमेस्टर के अभी पेपर पास में आ गए हैं जिससे हमारे रिजल्ट खराब होने की संभावना हमें लग रही है क्योंकि सभी बच्चों को पुस्तक प्राप्त न होने से वह पर्याप्त अध्ययन नहीं कर पा रहे हैं। इसी कारण से पूर्व में बीते सेमेस्टर में हर किसी को पूरक आई है इसका रिजल्ट पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है पढ़ाई नहीं हो पा रही है। शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाना चाहिए पुस्तक पर्याप्त उपलब्ध होनी चाहिए और हमारी कक्षा के लिए एक रूम आवंटित किया जाना चाहिए जहां बैठकर हम शिक्षा अध्ययन कर सके।
छात्र पर्वत गजभिये ने बताया कि महाविद्यालय में शिक्षक की कमी है बैठक व्यवस्था ठीक नहीं है हमारे 6 विषय होते हैं महाविद्यालय में दो शिक्षक है वह दो शिक्षक हमे 6 विषय पढ़ा रहे हैं। हम मानते हैं कि एक शिक्षक एक विषय में विद्वान हो सकता है परंतु वह शिक्षक सभी विषय में विद्वान नहीं हो सकता ऐसी शिक्षा मिल रही है जिससे हमारे परीक्षा परिणाम पर प्रभाव पड़ रहा है। लोगों को पूरक आ रही है परीक्षा परिणाम बिगड़ रहा है। सिविल जज की परीक्षा के लिए 70 प्रतिशत निश्चित है हर कोई 70 के ऊपर प्रतिशत बनाने में लगा हुआ है परंतु कई लोगों के बन नहीं रहे तो वह परीक्षा से वंचित हो रहे हैं। हमारी निर्धारित बैठक व्यवस्था नहीं है आर्ट के विद्यार्थी आने पर हमें रूम खाली करना पड़ता है फिर हम दूसरे रूम में जाते हैं हमारी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है 5 से 6 बार ज्ञापन दिए हैं। हमारी पूरी कक्षा में मिलाकर 300 छात्र छात्राएं हैं और नियमित कक्षा ना होने से सभी रोज कक्षा नहीं आते है।