शासन द्वारा स्कूली छात्र छात्राओं को शिक्षा के अलावा अन्य सभी विधाओं में भी पारंगत करने के लिए स्कूलों में पढ़ाई के अलावा अन्य विधाओं का भी समावेश किया गया है जिसके लिए बच्चों को प्रशिक्षण भी समय-समय पर दिया जाता है, इसके बावजूद भी छात्र-छात्राएं अन्य विधाओं में पिछड़ते ही जा रहे हैं। नगर के शासकीय उत्कृष्ट स्कूल में जिला स्तरीय बालरंग समारोह का आयोजन किया गया जिसमें नगर के दो स्कूल उत्कृष्ट विद्यालय और सीएम राईज स्कूल की टीमों ने ही हिस्सा लिया और विभिन्न विधाओं में कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
आपको बताये कि बालाघाट में बुधवार को जिला स्तरीय बालरंग समारोह हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने लोकगीत लोकनृत्य आदि की प्रस्तुति दी। यहां जो प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, उनमें चयनित हुए प्रतिभागी छात्र-छात्राएं आगामी 7 नवंबर को जबलपुर के उत्कृष्ट विद्यालय में हो रही संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में जिले की ओर से प्रतिनिधित्व करेंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में जिले के समस्त ब्लाकों के छात्र-छात्राएं हिस्सा लेते थे लेकिन इस वर्ष बालाघाट ब्लॉक के सिर्फ दो स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने ही हिस्सा लिया। जिले के अन्य ब्लॉकों को अगर छोड़ भी दे फिर भी बालाघाट ब्लॉक अंतर्गत आने वाले 2 स्कूलों को छोड़कर अन्य किसी भी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग नहीं लिया।
बताया जा रहा है कि इस जिला स्तरीय बालरंग समारोह में 34 विधाओं की प्रतियोगिता आयोजित होनी थी। बालाघाट मुख्यालय के अन्य स्कूलों यहां तक की मुख्यालय से लगे आसपास के ग्रामों के छात्र-छात्राओं ने भी जिला स्तरीय बालरंग प्रतियोगिता में भाग लेने रुचि नहीं दिखाई और जिला स्तरीय आयोजन को महज औपचारिकता में संपन्न करा दिया गया। इस प्रतियोगिता में अधिकांश स्कूलों के या कहे ब्लॉकों के छात्र-छात्राओं द्वारा हिस्सा नहीं लेने के पीछे किसकी लापरवाही रही है यह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ही बता सकते हैं।
इस कार्यक्रम के संबंध में चर्चा करने पर जिला स्तरीय बालरंग समारोह के प्रभारी बी एल राणा ने बताया कि इस जिला स्तरीय बालरंग समारोह में पूरे जिले की टीमें भाग लेती है। इसके अंतर्गत 6 प्रकार की प्रतियोगिताएं हो रही है साहित्यिक, सांस्कृतिक, संस्कृत संबंधी, मदरसा संबंधी, निशक्त बच्चों सहित अन्य प्रतियोगिताएं होती है। प्रतिवर्ष इन प्रतियोगिताओं में विभिन्न विकासखंडों के बच्चे भाग लेते थे लेकिन इस वर्ष बालाघाट विकासखंड ने ही भाग लिया है, जिसमें लोकनृत्य वादन तबला वादन सहित अन्य 34 विधाओं की यहां प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में अन्य ब्लॉकों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते, जबकि हमारे द्वारा सभी ब्लॉकों के अधिकारियों को सूचना दे दी गई थी।