विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद तमाम राजनीतिक दल अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट चुके हैं। जहां सभी राजनीतिक पार्टियों ने लोकसभा चुनाव को मध्य नजर रखते हुए पार्टी और संगठन को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है।लेकिन कांग्रेस पार्टी अब भी वर्षों पुराने अपने पैटर्न पर चल रही है। जो आपसी शिकवे शिकायतों को दूर कर पार्टी व संगठन को मजबूत नहीं कर पा रही है।जिसकी एक झलक रविवार को नगर के सिंधु भवन में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में देखने को मिली। जहां आयोजित इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं के लिए लगाई गई ज्यादातर कुर्सियां खाली नजर आई ,तो वही ज्यादातर वक्ताओं ने मंचासीन होकर अपनी शिकायतें की। हद तो तब हो गई जब कार्यक्रम समाप्त होते-होते मंचासीन पदाधिकारी भी एक-एक कर मंच छोड़कर जाते हुए दिखाई दिए। जहां संबोधन के बाद ज्यादातर मंचासीन पदाधिकारियो ने मंच छोड़ दिया।कुल मिलाकर कहा जाए तो अन्य बैठकों और सम्मेलन की तरह ही रविवार को नगर के सिंधु पंचायत भवन आयोजित कांग्रेस का यह कार्यकर्ता सम्मेलन भी महज एक औपचारिकता में सिमट कर रह गया।हालांकि कार्यकर्ता सम्मेलन में बारी-बारी से विधायकों एवं पूर्व विधायकों ने अपनी बात रखी तो वहीं संगठन पदाधिकारियों ने अपने-अपने शिकवे और शिकायतों को सुनाया।इस सम्मेलन में उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारी ने तमाम शिकवे भुलाकर पार्टी और संगठन को मजबूत करने, गांव-गांव में पार्टी संगठन की बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को मजबूत करने और आगामी समय में होने वाले लोकसभा चुनाव पर अपना पूरा फोकस करने की बात कही। जहां उन्होंने हर हाल में लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सांसद चुनकर लोकसभा पहचाने और कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर जोर दिया।आयोजित इस सम्मेलन में विधानसभा प्रभारी असलम खान, बैहर विधायक व कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष संजय उइके, विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे,वारासिवनी विधायक विवेक विक्की पटेल, परसवाड़ा विधायक मधु भगत ,पूर्व विधायक लांजी सुश्री हिना कावरे, पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सिंह सरस्वार ,कांग्रेस कमेटी कार्यकारी अध्यक्ष, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी, कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष सौरभ लोधी सहित कांग्रेस के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी सदस्य व अन्य कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कार्यकर्ताओं का सम्मान होना चाहिए- संजय
आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एंव बैहर विधायक संजय उईके ने बताया कि कार्यकर्ताओं का सम्मान होना चाहिए। जिन बूथो में अच्छा प्रदर्शन रहा है, उन बूथो के प्रभारियों का सेक्टर और मंडलम की बैठक में सम्मान हो। उन्होंने कहा कि जिले में यह देखने में आ रहा है कि जिले में नेताओं के आसपास घूमने वालों की संख्या ज्यादा और काम करने वालो की संख्या कम होती है। उन्होंने कहा कि जो भी सुझाव आए है, उस पर अमल किया जाएगा और हमारा प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व संसदीय क्षेत्र का एक लोकसभा स्तरीय सम्मेलन कराया जाए।
हम एकजुट हो गए तो हमे शिखर पर आने से कोई नही रोक सकता- असलम
आयोजित इस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिवनी से पधारे विधानसभा प्रभारी असलम खान ने कहा कि जिस दिन हम एकजुट होकर काम करेंगे, उस दिन हमें सफलता के शिखर पर आने से कोई रोक नहीं सकता। कांग्रेस में आखिरी छोर में बैठा कार्यकर्ता भी वह हैसियत रखता है जो मंच पर बैठा जनप्रतिनिधि रखता है। हम कांग्रेस के हर एक कार्यकर्ता से वो जहां कहेगा, वहां उसकी सुनन जाएंगे। कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है। जिन्होने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और बलिदान दिया। उन्होने कहा कि आगामी समय में अब ग्रामीण क्षेत्रो में पंगत के साथ बैठकर कांग्रेस को और मजबूत करने का काम किया जाएगा। आगामी समय में लोकसभा चुनाव है हमें हर हाल में बालाघाट सिवनी सीट को जीतकर लोकसभा में अपना प्रतिनिधि भेजना है। यही हमारा लक्ष्य है जिसे हम पूरा करके रहेंगे।
अपने दिल से सभी शिकवे निकाल दीजिए- अनुभा
वही आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बालाघाट विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने बताया कि हमें इस शिकवे-शिकायत में नहीं रहना है कि हमें पूछा नहीं जाता है, ग्रुप में यदि कोई मैसेस डाला गया है तो वह सभी के लिए है। व्यक्तिगत तौर से मैं हर किसी का सम्मान करती हुॅं लेकिन हमें नहीं पूछा जाता, यह बात अपने अपने दिल से निकाल दीजिए और एक साथ सम्मान के साथ आप सभी को आना है। विधायक श्रीमती मुंजारे ने भी खाली कुर्सी को लेकर असंतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि यदि एक दिन में एक विधानसभा का सम्मेलन आयोजित किया जाता है तो ठीक था लेकिन प्रभारी जी को 29 तक जिले में सम्मेलनों की रिपोर्ट सौंपनी थी। इसलिए यह कार्यक्रम जल्दबाजी में होने से पूरे कार्यकर्ता नहीं पहुंच सके है, इसके बाद हम लालबर्रा में भी कार्यकर्ता सम्मेलन कराएंगे। पूरी ताकत के साथ कार्यकर्ता पदाधिकारी और पार्टी संगठन को मजबूत कर चुनावी मैदान में उतरेंगे और लोकसभा सीट जीत कर दिखाएंगे।
33 साल बाद बालाघाट विधानसभा सीट जीत सकते है तो लोकसभा क्यो नही- हिना
आयोजित इस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक हीना कावरे ने बताया कि बालाघाट की जीत ने लांजी की हार का दुःख कम कर दिया। हम प्रदेश में भाजपा की सुनामी के बावजूद 33 साल बाद मुख्यालय की सीट को जीत सके है। उन्होंने कहा कि लोकसभा ज्यादा दूर नहीं है, दिल्ली के शीर्ष नेतृत्व को भरोसा है कि हम बालाघाट लोकसभा सीट पर जीत सकते है, बस हमें पूरी ताकत के साथ जुट जाना है।हमें भी उम्मीद है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी और बालाघाट सिवनी लोकसभा सीट कांग्रेस जीत कर दिखाएंगी।
हम सरकार नही बना सके ये विश्वास नही होता- विवेक
आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक विवेक पटेल ने मुख्यालय की सीट पर कांग्रेस की जीत में योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि हमें आज भी विश्वास नहीं होता है कि हम सरकार नहीं बना सके। उन्होंने बताया कि हमें पूरा विश्वास था कि इस बार मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी और कमलनाथ मुख्यमंत्री होंगे। जिले का परिणाम तो काफी अच्छा रहा लेकिन अन्य विधानसभा सीटों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और प्रदेश में हमारी सरकार नहीं बनी ।लेकिन आगामी समय में लोकसभा चुनाव होने हैं हमें अपना पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर रखना है। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को मजबूती के साथ काम करना पड़ेगा और सभी नेता पदाधिकारी उनका सहयोग करेंगे। तभी आगामी चुनाव में सफलता हासिल की जा सकती है।