कंचनपुर वासियो की नही सुलझी पानी समस्या

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वारासिवनी जनपद पंचायत अंर्तगत आने वाली ग्राम पंचायत सरंडी के कंचनपुर मे न तो नल जल योजना का कार्य प्रारंभ हुआ और ना ही ग्रामीणो की समस्या का हल हुआ। आज भी ग्रामीण इस ग्राम मे खुदे ४ हेडपंप मे से मात्र १ हेडपंप का पानी ही स्वच्छ पानी उगल रहा हे। बाकी के ३ हेडपंप से आयरन युक्त पानी निकल रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीण जिनके घर कुऐ है उनके घर से पानी ला रहे है। वही खेत के टूयुॅब बेल से पानी लाने मजबूर है। ग्रामीणो का कहना है कि यह समस्या आज की नही है यह समस्या करीब १० वर्ष से अधिक की है। हमने ग्राम पंचायत हो या फिर जनपद या पीएचई विभाग सभी को इस समस्या से अवगत कराया है। साथ ही जनप्रतिनिधियो को भी सूचना दी है मगर किसी ने हमारी इस समस्या का हल नही किया है। आलम यह है कि हमे आधे से एक किलोमीटर दूर से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाना पड़ रहा है। गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव मे खड़े हुये प्रत्याशियो ने इस बात का वादा किया था कि जैसे ही मतदान होगा वे इस समस्या का हल निकलवाने का प्रयास करेंगे मगर ऐसा कोई भी प्रयास होते हुये फिलहाल नही दिख रहा है।
४०० की आबादी पी रही १ हेडपंप से पानी
गौर करने वाली बात है कि कंचनपुर मे कुल ८० से ८५ मकान है जिसमे करीब ४०० सौ लोग निवास करते है। इनके लिये पीएचई विभाग ने ४ हेडपंप खुदवाये है। मगर ४ मे सिर्फ १ हेडपंप से ही स्वच्छ पानी आ रहा है। वही दो घर मे स्वयं कुऐ है। जिनसे ही यह ग्रामीण पानी भरते है। जो ३ हेडपंप है उनसे अभ्रक युक्त पानी निकल रहा है जो बदबू भी मारता है। ग्राम मे नल जल योजना नही है। ऐसे मे इस ग्राम के ग्रामीणो के सामने पानी की भारी समस्या है।
बोरिंग पर लगे हेडपंप से आ रहा गंदा पानी – चंदनलाल गौतम
इस संबंध मे पद्मेश को जानकारी देते हुये ग्रामीण चंदनलाल गौतम ने बताया कि हमे पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। कंचनपुर मे पानी की भारी समस्या है। हमे दूसरे के घर से पानी लाना पड़ रहा है। जिसके लिये भी आधा किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। पीएचई व पंचायत के माध्यम से जो बोरिंग खोदे गये है वे फेल है। उनके ऊपर हेडपंप लगा है जिनसे गंदा व बदबू दार पानी आ रहा है। जिससे स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ रहा है। हमारे ग्राम मे नल जल योजना नही है। ऐसे मे हमने कई बार पंचायत सहित सभी जगह इस समस्या का निदान किये जाने की गुहार लगा चुकी है। मगर किसी प्रकार का कोई हल अभी तक नही निकला है। हम भी चाहते है कि हमे स्वच्छ व निर्मल पानी मिले मगर ऐसा हो नही पा रहा है। जिससे हम लोग काफी तकलीफ मे अपना जीवन निर्वाह कर रहे है।
४ मे से १ हेडपंप का पानी पी रहे ग्रामीण – होलूराम गौतम
वही ग्रामीण होलूराम गौतम ने पद्मेश को बताया कि हम तो फिलहाल अपने घर के कुऐं का पानी पी रहे है। हमारे ग्राम मे ४ हेडपंप है जिसमे ३ हेडपंप का पानी पीने योग्य नही है वही १ हेडपंप से अच्छा पानी आता है। मगर पानी की किल्लत ग्राम मे बनी हुई है। न तो नल जल योजना है और न ही पानी की कोई दूसरी सुविधा है। ग्रामीण पानी के लिये काफी दूर तक जाते है। बीते एक सप्ताह पूर्व ही पीएचई विभाग के कर्मचारी आये थे देखे पानी का सेंपल लिये और चले गये वे अभी तक लौटकर नही आये है। हम चाहते है कि हमे पानी मिले जो स्वच्छ हो इसके लिये शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिये ताकि हमारे स्वास्थ पर दुष्प्रभाव न पड़े।
नही हो पाया सरपंच महोदया से दूरभाष पर संपर्क
जब इस संबंध मे श्रीमती पूजा राजेश गौतम सरंडी से दूरभाष पर चर्चा करनी चाही गई तो उनसे संपर्क स्थापित नही हो पाया।

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