वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। खैरलांजी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत अमई के कन्हारटोला में ४ जनवरी की सुबह अचानक बाघ बस्ती के पास आ गया। जिसके द्वारा अयोध्या प्रसाद पटले के घर से लगे सरसों के खेत में अपनी उपस्थिति बनाए हुए हैं। जिसे सुरक्षित जंगल की ओर खदेडऩे के लिए प्रशासन के द्वारा भरपूर प्रयास किया गया। वहीं मौके पर बड़ी संख्या में जन समुदाय की उपस्थिति बाघ की एक झलक देखने के लिए उमड़ी हुई थी। जहां पर पुलिस प्रशासन के द्वारा समय समय पर व्यवस्था बनाने का कार्य किया गया। हालांकि भीड़ खत्म होने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं वन्य हिंसक प्राणी बाघ की उपस्थिति से ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ था। जिनके द्वारा आगे की ओर देखते हुए फ ॉरेस्ट विभाग से पिंजरा लगाकर बाघ को ले जाने की मांग की जा रही। जहां पर हर कोई डरा हुआ है इसी डर के कारण वह भीड़ के रूप में मौके पर उपस्थित बाघ को लेकर विभाग के द्वारा आगामी कार्यवाही देख रहे है क्योंकि खतरा बरकरार होने का डर उन्हें सता रहा है। जहां करीब ५.३० बजे शाम को बाघ को खदेडऩे में प्रशासनिक विभाग के द्वारा सफ लता प्राप्त की गई है।
दहाड़ से बाघ की पता चली उपस्थिति
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामपायाली से अमई मार्ग पर स्थित ग्राम अमई के कन्हारटोला में सुबह लालपुर की ओर से खेत के रास्ते पर एक विशाल हिंसक वन्य प्राणी बाघ आया था। जिसके द्वारा कन्हारटोला निवासी अयोध्या प्रसाद पटले के मकान से लगे सरसों के खेत में सरसों के पौधों के बीच में छिपकर बैठ गया। जहां पर सुबह ८ बजे खेत मालिक अयोध्या प्रसाद पटले अपने घर के पीछे लगे खेत में किसी कार्य से गया हुआ था। जहां उसे कोई वन्य प्राणी होने की शंका हुई जिस पर वह खेत में ना जाते हुए आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी गई। जिसमें गांव के दो युवकों के द्वारा बाघ को चलते हुए देखा गया था जिन्होंने उसे बताया परंतु घर के इतने पास हिंसक वन्य प्राणी बाघ कहां से आएगा। यह सोचकर वह ग्रामीणों के साथ उक्त वन्य प्राणी को भगाने का प्रयास करने लगे। जहां पर २ घंटे की मशक्कत के बाद उनके द्वारा ग्राम के अन्य लोगों को बुलाया गया जिन्होंने पत्थर मारकर उसे भगाने का प्रयास किया। इस दौरान पत्थर लगने से सरसों के खेत के बीच से बाघ के दहाडऩे की बहुत तेज आवाज आई इसके बाद मौके पर खड़ी भीड़ अनियंत्रित रूप से भागने लगी। जहां उपस्थित लोगों के द्वारा बाघ को २ से ३ सेकंड के लिए चलता हुआ भी देखा गया जिससे स्पष्ट हो गया कि यह हिंसक वन्य प्राणी बाघ है जिसकी सूचना उनके द्वारा तत्काल वन विभाग को दी गई। जहां करीब १० बजे के बाद से वन विभाग परियोजना परिक्षेत्र वन विभाग सामान्य परिक्षेत्र वारासिवनी, रामपायली, खैरलाँजी पुलिस प्रशासन खैरलांजी, राजस्व विभाग के द्वारा उपस्थित होकर बाघ को भगाने की कवायद की जाती रही।
बाघ को देखने बड़ी संख्या में उपस्थित रहा जन समुदाय
कान्हारटोला में बाघ के घुस जाने की जानकारी आग की तरह वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र में फैल गई। जहां लोगों को जानकारी लगते ही उनके द्वारा बाघ को देखने के लिए मोटरसाइकिल फ ोर व्हीलर जैसे विभिन्न साधनों से कन्हारटोला पहुंचने लगे। जहां पर एक समय भीड़ संभालना भी मुश्किल होने लगा। इसके बाद एसडीओपी वारासिवनी अभिषेक चौधरी के द्वारा स्वयं डंडा उठाकर पुलिस अधिकारी आरक्षक को निर्देशित कर भीड़ को खदेडऩे का कार्य किया जाता रहा। परंतु भीड़ भी थोड़ी देर के लिए गायब होकर पुन: खड़ी होती रही इस दौरान मार्ग पर मोटर साइकिल फ ोर व्हीलर वाहनों की लंबी कतारे देखने को मिली। तो वहीं भारी वाहन भी मार्ग में व्यवस्था ना होने से बाहर खड़े रहे जहां प्रशासन के द्वारा कानून व्यवस्था बनाने का पूरा प्रयास किया गया।
कडी़ मशकत के बाद बाघ को खदेडऩे मेंं प्रशासन हुआ सफल
हिंसक वन्य प्राणी बाघ के द्वारा कन्हारटोला में सुबह करीब ८ बजे के पहले से अपनी उपस्थिति बनाए हुए था। जहां १० बजे प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई। इसके बाद लगातार प्रशासन के द्वारा भीड़ को काबू कर बाघ की हरकतों पर निगरानी बनाए रखी गई। सरसों की फसल के बीच में बाघ होने के करण दूर से देखना उसे संभावना होने पर ड्रोन कैमरे की मदद से बाघ की हर एक हरकत को देखा गया और शाम होने के बाद खतरा बढ़ता देख वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद वन विभाग के द्वारा पुलिस प्रशासन की मदद से भीड़ पर कड़ाई से काबू करते हुए ढोल नगाड़े बजाकर पटाखे फ ोड़ कर ७ घंटे बाद करीब शाम ५.३० बजे हिंसक वन्य प्राणी बाघ को खदेडऩे में सफ लता प्राप्त हुई। इसके बाद लोगों ने बाघ को भागता हुआ देखा और राहत की सांस ली। हालांकि वन विभाग के द्वारा गस्ती के लिए स्टाफ को ग्राम में मुस्तैद कर दिया गया है जिनके द्वारा निगरानी की जा रही है।
दहाड़ मारी गई तब पता चला की बाघ है-अयोध्या प्रसाद पटले
खेत मालिक अयोध्या प्रसाद पटले ने बताया कि घटना यह है कि रोड़ के दूसरे तरफ एक बालक ने शेर को देखा तो वह बालक ने शेर है बताया । किंतु हम सोचे कि शेर आएगा कहां से पड़ोस वाले लोगों ने भी कहा कि शेर नहीं है । हम जंगली सूअर है यह सोचकर खेत में आए थे सुबह ८ से हम देख रहे हैं २ घंटे की मशक्कत के भी बाद यह नहीं भागने पर ग्राम के लोगों को बुलाए । उन्होंने पत्थर मारना शुरू कियां तो अचानक बाघ के द्वारा दहाड़ मारी गई जिससे हम थोड़ा दूर हट गए। जिसे हमने देखा १० बजे की घटना है । शेर पट्टे वाला है काले पट्टे का है लालपुर वालों ने भी इसे सुबह ५ बजे देखा था। उधर से नाला पार कर यहां आया है सरसों के खेत में सुबह ८ बजे से बैठा है जो मुख्य सडक़ से २०० मीटर की दूरी है।
फारेस्ट विभाग को गस्ती करते रहना चाहिये कभी भी घटना घट सकती है-गिरीश बिसेन
गिरीश बिसेन ने बताया कि अभी यहां शेर खेत में बैठा है घर के पास ५० मीटर की भी दूरी नहीं है। घर वाले दहशत में है फ ॉरेस्ट वालों ने अभी तक पिंजरा या कुछ किया नहीं है। प्रशासन की कोई कार्यवाही दिख नहीं रही है सभी खड़े हैं कब आदेश आएगा बालाघाट से तब कुछ करेंगे सोच रहे हैं। बाघ कब उठेगा पता नहीं पीछे सभी लोग हैं यहां पर भय बना हुआ है । कुछ लोग खेत में भी फ ंसे हुए हैं गहानी का काम चालू है बाघ का रेस्क्यू कर लें जाना था। हमारे रामपायली में राम पथ गमन का बहुत बड़ा कार्यक्रम है । पूरी पब्लिक का इसी मार्ग से आवागमन होता हैे सुबह ५ से प्रारंभ होगा। अब बाघ किधर जाता है यह तकलीफ का विषय है क्योंकि यह बात आज की नहीं है उधर अब आगे तक बना रहेगा।
ग्राम में बाघ के आने से ग्रामीणों में भारी दहशत है-ज्ञानेन्द्र टेंभरे
ज्ञानेंद्र टेंभरे ने बताया कि सुबह किसान अपने खेत गया घर से लगा हुआ खेत है जहां बाघ दिखा तो हल्ला किया फि र । मुझे विभाग और सभी को जानकारी दी गई फ ॉरेस्ट ,पुलिस ,राजस्व विभाग यहां पर है ड्रोन से देख रहे हैं । स्थिति भयावह है गांव का मामला है विभाग शाम होने की रास्ता देख रहा है फ ॉरेस्ट ने इसे पिंजरा मंगवा कर पकडऩा था जिसकी कोई व्यवस्था नहीं है। पकड़ते तो ठीक होता वरना कहां गया पता नहीं कभी भी किसी पर भी हमला कर सकता है। हम चाहते हैं कि फ ॉरेस्ट इसे पकड़े वरना यह घरों में घुसने के आसार दिखाई दे रहा है ग्रामीणों में भारी दहशत है।
ढोल नगाड़े और पटाखे फ ोडक़र बाघ को खदेडऩे में सफ लता हासिल की है-ज्योत्सना खोब्रागड़े
परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी ज्योत्सना खोब्रागड़े ने बताया कि कार्यवाही जारी है फ ॉरेस्ट अमला उपस्थित है। उच्च अधिकारियों से जो भी निर्देश समय समय पर मिल रहे हैं वह कार्यवाही की जा रही है। जनता को समझाइस देकर पुलिस अधीक्षक से सहयोग लिया गया है । जनता अपने घर जाए बाघ अपने रास्ते पा चला जाएगा। खतरा बढ़ रहा था इसलिए पुलिस की सहायता से जनता को साइड कर ढोल नगाड़े पटाखे फ ोडक़र बाघ को खदेडऩे में सफ लता हासिल की गई है। गस्ती के लिए स्टाफ को लगा दिया गया है दिन रात गस्ती की जानी है और निगरानी बनाकर रखे हुए हैं
कान्हारटोला में सरसों के खेत में बाघ का मूमेंट देखा गया-अभिषेक चौधरी
एसडीओपी अभिषेक चौधरी ने बताया कि कान्हारटोला में सरसों के खेत में बाघ का मूमेंट देखा गया है। तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर निर्देश अनुसार थाना रामपायली ,वारासिवनी ,खैरलाँजी की टीम पहुंची है। फ ॉरेस्ट और राजस्व भी है वन विभाग के निर्देशन में बाघ को हटाने की कार्यवाही की जा रही है । बाघ को सुरक्षित महसूस कराया जाएगा इस विषय पर आगे कार्यवाही हो रही है। पुलिस प्रशासन के द्वारा कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित ना हो यह प्रयास है और किसी प्रकार की क्षति की कोई अभी सूचना नहीं है।