नगर मुख्यालय से लगभग ६ किमी. दूर ग्राम पंचायत सिहोरा से रमपुरी पहुंच मार्ग के बीच नाले पर बना पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है जो किसी भी समय ढह (टूट) सकता है क्योंकि पुलिया जिस पिल्लर पर खड़ा है उसके नीचे व आसपास की मिट्टी व कांक्रीट धीरे-धीरे कमजोर होने लगी है और रिर्टनिंग वॉल भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। साथ ही मिट्टी का कटाव भी हो चुका है एवं एक साइड से मिट्टी डालकर मरम्मत कार्य करवाया गया है परन्तु इस वर्ष की बरसात के दिनों में नाले में बाढ़ आने पर पुलिया टुट जायेगी क्योंकि वह कमजोर हो चुकी है और पुलिया के ऊपर से आने-जाने वालों के मन में हर समय डर बना रहता है कि पुलिया कभी भी ढह न जाये। अगर पुलिया अचानक टुटता है तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है। जबकि इस पुलिया के ऊपर से रमपुरी, घटोलगांव, बहेगांव, जाम, खुरपुड़ी, सिहोरा सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीणजन आना-जाना करते है और पुलिया टुट जाने से ग्रामीणजनों का एक-दुसरे ग्राम से संपर्क टुट जायेगा। जिससे ग्रामीण, राहगीर, स्कूली बच्चों व किसानों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रामीण व राहगीरों ने सिहोरा से रमपुरी पहुंच मार्ग स्थित नाले पर बने क्षतिग्रस्त पुलिया का जल्द नवीन निर्माण करवाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
आपकों बता दे कि ग्राम पंचायत सिहोरा से रमपुरी पहुंच मार्ग के बीच से नाला गुजरा है जिसके कारण आने-जाने वाले लोगों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। उक्त समस्या से निजात दिलवाने के लिए मंडी निधि से विगत वर्ष पूर्व लाखों रूपयों की लागत से सडक़ एवं नाले में पुलिया का निर्माण किया गया था जिससे ग्रामीणजन व राहगीर आवागमन करते थे परन्तु पुलिया का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण पिछले वर्ष हुई तेज बारिश व नाले में बाढ़ आने से पुल, रिर्टनिंग वॉल क्षतिग्रस्त हो चुकी थी यानि की एक साइड से पुल बह गया था। ऐसी स्थिति में एक-दुसरे ग्रामों के ग्रामीणजनों का संपर्क टूट गया था और आने-जाने में बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसके बाद पंचायत के द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जिस स्थान से पुल टुटकर बह गया था उस स्थान पर कच्चा मरम्मत कार्य करवाया गया था और प्रशासन से जल्द नवीन पुलिया का निर्माण किये जाने की मांग की गई थी परन्तु अब तक शासन-प्रशासन के द्वारा क्षतिग्रस्त पुलिया का पक्का मरम्मत कार्य या फिर नवीन निर्माण कार्य नही करवाया गया है। साथ ही यह पहुंच मार्ग प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग में शामिल हो चुकी है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा भी क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य या निर्माण की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों व राहगीरों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। राहगीर व ग्रामीणजन वर्तमान समय में क्षतिग्रस्त पुलिया के ऊपर से आना-जाना कर रहे है परंतु उनके मन में हर समय दुर्घटना घटित होने का डर बना रहता है और डेढ़ माह बाद पुन बरसात प्रारंभ हो जायेगी एवं बरसात के दिनों में तेज बारिश होने पर नाले में बाढ़ आती है तो पुलिया ढह (टूट) सकता है। जिससे बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है और लोगों को आने-जाने में अधिक दुरी तय करने के साथ ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसलिए ग्रामीण व राहगीरों ने जल्द सिहोरा से रमपुरी पहुंच मार्ग पर स्थित नाले पर बने क्षतिग्रस्त पुलिया का नवीन निर्माण करवाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
दूरभाष पर चर्चा में ग्राम पंचायत रमपुरी सरपंच कन्हैया रहांगडाले ने बताया कि अगस्त २०२३ में तेज बारिश व नाले में बाढ़ आने से सिहोरा व रमपुरी पहुंच मार्ग के बीच स्थित नाले पर बना पुलिया क्षतिगस्त हो गया था एवं एक साइट से टूटकर बह गया था। जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती थी और प्रशासन से मरम्मत कार्य करवाने की मांग की गई थी परन्तु उनके द्वारा नही करवाने पर पंचायत के द्वारा कच्चा मरम्मत कार्य करवाया गया था। जिसके बाद ग्रामीणजन व राहगीर आवागमन कर रहे है। साथ ही यह भी बताया कि नवीन पुलिया का निर्माण करवाने के लिए तत्कालीन विधायक, वर्तमान विधायक, मंडी विभाग व प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग को मांग पत्र भी सौंपा गया है परन्तु अब तक निर्माण नही किया गया है। श्री रहांगडाले ने बताया कि बरसात के पूर्व क्षतिग्रस्त पुलिया का पक्का मरम्मत या फिर नवीन निर्माण नही करवाया गया तो तेज बारिश होने पर नाले में बाढ़ आने से पुलिया ढह (टूट) सकता है। जिससे किसानों व रहागीरों को खासा परेशानी होगी इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि जल्द नवीन पुलिया का निर्माण करवाये।
दूरभाष पर चर्चा में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग के महाप्रबंधक गजेन्द्रसिंह लारिया ने बताया कि आपके माध्यम से संज्ञान में आया है कि सिहोरा से रमपुरी पहुंच मार्ग स्थित नाले पर बना पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है, जल्द ही स्थल का निरीक्षण कर मरम्मत कार्य करवाया जायेगा।