करीब एक माह बाद जिलेभर में हुई झमाझम बारिश

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रविवार का दिन जिले वासियों के लिए काफी खास दिन रहा।जहां करीब एक माह बाद जिले भर में झमाझम बारिश देखने को मिली। भीषण गर्मी के बीच शुरू हुई इस बारिश ने जहां एक ओर किसानों के माथे पर आई चिंता की लकीरें हटा दी, तो वही इस बारिश ने किसाने की फसलों को बड़ी राहत देने का काम किया है। जहां रविवार को हुई इस बारिश ने ना केवल किसानों को खुश कर दिया बल्कि जिलेवासियों को भी उमसभरी चिपचिपी गर्मी से भी भारी राहत पहुंचाई है।जहां रविवार को दोपहर 12 के बाद 33 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच जिलेभर में झमाझम बारिश देखने को मिली और मौसम सुहाना हो गया। उधर मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे तक मौसम के कुछ इसी तरह बने रहने और हल्की से मध्य के बीच जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।

लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे जिलेवासी
आपको बताए कि लगभग माह से जिले भर में नौतपा जैसी झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही थी। जहां रविवार को हुई इस तेज वर्षा ने लोगों को राहत दी है तो वही इस बारिश ने किसानों की फसलों को संजीवनी देने का काम किया है। दोपहर लगभग बारह बजे तक तीखी धूप से लोग परेशान थे, लेकिन अचानक मौसम बदल गया। आसमान में काले बादल छाने के बाद दोपहर दो बजे तेज आंधी-तूफान के साथ झमाझम वर्षा हुई। इससे मौसम खुशनुमा हो गया। बता दे की जिलेभर में वर्षा नहीं होने से न सिर्फ आम लोग गर्मी से बेहाल थे बल्कि किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आ रहे थे। जिले के खैरलांजी, कटंगी, बैहर जैसे कई क्षेत्रों में वर्षा नहीं होने से फसलों पर तनाछेदक कीट का प्रकाेप बढ़ रहा है। ऐसे में रविवार को हुई वर्षा से फसलों को बहुत फायदा मिला है तो वही जिले वासियों को भीषण गर्मी से काफी हद तक रहत मिल गई है ।

नवेगांव 3 तो कोसमी मे 01पेड़ हुआ धराशाही
रविवार की दोपहर आंधी तूफान के साथ हुई झमाझम बारिश के बीच जिले के कई स्थानों में पेड़ धराशाई होने की भी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस बारिश के बीच गांगुलपारा से बैहर मार्ग के बीच सड़क किनारे लगे छोटे बड़े कुछ पेड़ धराशाई हो गए, तो वही बालाघाट से गोंदिया मार्ग स्थित ग्राम कोसमी में एक पेड़ मुख्य मार्ग पर धराशाही हो गया। जिसके चलते कुछ देर के लिए वहां आवागमन बाधित रहा। इसके अलावा नवेगांव के एफसीआई गोदाम के पास 03 पेड़ गिरने से लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी

हनुमान चौक में फिर बनी जल जमाव की स्थिति
रविवार की दोपहर हुई इस झमाझम बारिश ने जहां एक ओर संपूर्ण जिलेवासियों को राहत पहुंचाई ,तो वहीं दूसरी ओर इस बारिश के चलते कुछ देर के लिए हनुमान चौक में जल भराव की स्थिति देखी गई ।जहां पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था ना होने के चलते 1 घंटे से अधिक समय तक के लिए बरसात का पानी सड़कों पर जमा रहा जहां से आवागमन करने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा तो वही जल भराव होने से स्थानीय दुकानदारों को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ी।

मौसम हुआ सुहाना
पिछले कई दिनों से शहर के लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल लग रहे थे। सुबह से लेकर दोपहर तक लोग भीषण गर्मी का अनुभव कर रहे थे। बारिश के बाद लोगों को राहत मिली। रविवार की दोपहर आसमान में हल्के बादलों ने डेरा डाल लिया था, पहले रूक-रूककर बारिश हुई ओर दोपहर लगभग दो से सवा दो बजे तेज बारिश ने मौसम को खुशनुमा और ठंडा कर दिया। जिससे उमस भरे वातावरण से लोगो ने राहत की सांस ली। गौरतलब हो कि विगत कछ दिनों से उमस भरी गर्मी आमजन के पसीने छुड़ा रही थी, लेकिन रविवार को काफी दिनों बाद हुई बारिश ने उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को राहत मिल गई। जिस तरह से आसमान में बादल छाये नजर आ रहे है, उससे उम्मीद है कि अभी और बारिश होगी।

किसानों के खिले चेहरे
जिलेभर में बारिश नहीं होने से असिंचित क्षेत्रो में फसलों पर इसका सीधा प्रभाव देखने को मिल रहा था। धान की हरियाली में पीलापन आने के साथ कीट का डर भी सताने लगा था। वहीं जमीन सुखने से दरारे आने लगी थी। जिससे किसानो के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी थी।किसानों को डर था कि यदि बारिश नहीं होगी तो उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।रविवार को हुई बारिश से भी किसानों के चेहरे खिल गये है। मौसम में बारिश ना होने से तापमान में गर्म होता जा रहा था और लोग उमस भरी गर्मी से परेशान और हलाकान थे। बीते शनिवार को तो दिन और रात का तापमान काफी ज्यादा था, लेकिन रविवार को दोपहर बाद मौसम परिवर्तन होने से हुई बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया और लोगो को उमस भर्री गर्मी से राहत मिली। जहां बारिश बंद होने के बाद भी मौसम सुहाना रहा और फिजाओं में ठंडक महसूस की गई।

33 डिग्री अधिकतम तापमान में हो रहा था गर्मी जैसा अहसास
आपको बताए कि शनिवार तक जिलेभर में अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज हुआ है। वहीं रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था ।वर्षा ऋतु में भीषण गर्मी और उमस से लोग बेचैन थे लेकिन रविवार को महज एक घंटे की तेज वर्षा से मौसम में ठंडक घुली रही। रविवार की छुट्टी के साथ मौसम सुहाना होते ही लोग परिवार के साथ वैनगंगा नदी पुल सहित अन्य स्थान घूमने निकल गए।

पिछले साल के मुकाबले 350 मिमी कम वर्षा
भू-अखिलेख कार्यालय से प्राप्त दैनिक वर्षा की जानकारी के अनुसार, जिलेभर में इस वर्षा सत्र में कुल 802 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। जबकि पिछले वर्ष 3 सितंबर तक जिले में 1152 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई थी। यानी इस बार पिछले वर्षा सत्र के मुकाबले 350 मिमी वर्षा कम हुई है। इसका असर न सिर्फ गर्मी के रूप में देखने को मिल रहा है बल्कि किसान वर्ग भी खासी परेशानी झेल रहा है। जिले के कई इलाकों में खेतों में लगी फसलें सूख रही हैं। पानी कमी के कारण धान की फसलों में पीलापन देखा जा रहा है। विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई कि अगर आने वाले दिनों में मौसम शुष्क रहा और सामान्य वर्षा होती रही कि फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन मानसून अगर दोबारा रूठ जाता है, तो किसानाें को भारी नुकसान हो सकता है।

7 सितंबर के बाद तेज होंगी मानसून की गतिविधियां -आगाशे
मौसम में आए इस अचानक बदलाव को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान मौसम विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक धर्मेंद्र आगाशे ने बताया कि मानसून की सक्रियता फिर बढ़ी है। आगामी सात सितंबर के बाद से पूरे महीने मानसून की गतिविधियां तेज होंगी, जिससे जिले में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। इसलिए किसान फसलों को लेकर चिंतित न हों। हालांकि, इस साल एक जून से चालू वर्षा सत्र में पिछले साल की तुलना में औसत से कम वर्षा दर्ज हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि मानसून सत्र 15 अक्टूबर तक माना जाता है। ऐसे में आने वाले दिनों में जिले में वर्षा का कोटा पूरा होने की उम्मीद है।

इस बारिश से फसलों को मिलेगा फायदा- खाेब्रागढ़े
वही जिले भर में हुई झमाझम बारिश को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान उप संचालक कृषि विभाग राजेश खाेब्रागढ़े ने बताया कि
रविवार को हुई वर्षा से धान की फसलों को फायदा मिलेगा। तनाछेदक या अन्य कीट प्रकोप वाली फसलों पर किसान नियमित रूप से दवा का छिड़काव करते रहें। आगामी समय में भी बारिश होने की बात कही जा रही है जिससे किसानों को निश्चित ही फायदा मिलेगा।

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