कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने आज 21 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर इन विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैहर, लालबर्रा, परसवाड़ा के बीएमओ को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश
बैठक में सबसे पहले 18 से अधिक की आयु के पात्र लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के प्रिकाशन डोज लगाने की समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया कि प्रिकाशन डोज लगाने की प्रगति बहुत ही कम है। जिले में 60 हजार के लगभग टीके उपलब्ध होने के बाद भी अपेक्षित प्रगति नहीं है। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की और इसमें समय सीमा में लक्ष्य पूर्ति के लिए निर्देश दिये। प्रिकाशन डोज लगाने में बहुत कम प्रगति के कारण बैहर, लालबर्रा एवं परसवाड़ा के खंड चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये।
प्रिकाशन डोज लगाने कालेज स्कूलों में विशेष केम्प लगाने के निर्देश
बैठक में सभी बीएमओ को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र में सभी पात्र लोगों को कोविड वैक्सीन का प्रिकाशन डोज लगाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करें और इसके प्रति जन जागरूकता के लिए काम करें। 18 से अधिक की आयु के लोगों को प्रिकाशन डोज लगाने के लिए स्कूलों एवं कालेजों में विशेष शिविर लगायें। सभी एसडीएम को भी निर्देशित किया गया कि वे प्रिकाशन डोज लगाने के अभियान पर कड़ी निगरानी रखें। ग्राम पंचायतों के सचिवों एवं ग्राम रोजगार सहायकों को भी प्रिकाशन डोज लगाने के लिए लक्ष्य देने के निर्देश दिये गये।
पांच केन्द्रों की एएनएम का वेतन रोकने के निर्देश
बैठक में गर्भवती माताओं के पंजीयन के समीक्षा में पाया गया कि चालू वर्ष में जिले में 45 हजार 643 गर्भवती माताओं के पंजीयन एवं प्रसव के पूर्व उनके चार चेकअप का लक्ष्य दिया गया है। माह अप्रैल से जून तक 11 हजार 411 गर्भवती माताओं के पंजीयन के लक्ष्य के विरूद्ध 8408 माताओं का पंजीयन किया गया है। गर्भवती माताओं के पंजीयन में बालाघाट विकासखंड के अंतर्गत ग्राम नाहरवानी, हीरापुर, भरवेली, लामता एवं टिटवा के केन्द्र की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गई। इसके लिए इन केन्द्रों की एएनएम का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये। पंजीकृत गर्भवती माताओं के प्रसव के पूर्व चार चेकअप में विकासखंड बिरसा, कटंगी, बैहर, बालाघाट एवं परसवाड़ा की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गई। इस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित इन स्थानों के बीएमओ का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये। बैठक में क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत खखार जांच के लक्ष्य को हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम, कुष्ठ उन्मूलन, टीकाकरण कार्यक्रम, अंधत्व निवारण कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। कुपोषित बच्चों के उपचार के लिए संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्रों की सेवाओं को दुरूस्त रखने एवं उसके बेड खाली नहीं रखने के निर्देश दिये गये। स्वास्थ्य विभाग के सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा के दौरान पाया गया कि बीपीएम जिम्मेदारी के साथ काम नहीं कर रहे है। बिरसा एवं कटंगी के बीपीएम का कार्य संतोषजनक नहीं पाये जाने पर उनकी सेवा समाप्ति के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा की गई।