कलेक्टर ने दिव्यांग को बनाया तत्काल अतिथि शिक्षक

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शायद आपने ऐसा बहुत कम ही सुना होगा कि कोई व्यक्ति किसी अधिकारी के पास फरियाद लेकर जाएं और आधे घंटे के भीतर उसकी फरियाद सुन ली जाए। मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कुछ इसी तरह का वाकया दिखाई दिया जब बैहर तहसील के वनांचल क्षेत्र में बसे आमाटोला कोयलीखापा से दोनों हाथ से दिव्यांग रामदयाल धुर्वे ने अपनी आपबीती कलेक्टर को सुनाई और उसे तत्काल अतिथि शिक्षक की नौकरी मिल गई। आमाटोला कोयलीखापा निवासी 28 वर्षीय निशक्त युवक रामदयाल धुर्वे हैं जो दोनों हाथों से निशक्त है वे रोजगार दिलाए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा से मुलाकात की और उनसे कहीं भी नौकरी लगाए जाने की गुहार लगाई थी।
पैरो के जरिये लिखता है दिव्यांग रामदयाल
नौकरी या रोजगार दिलाए जाने की बात होती है तो यह सामने आता है कि वह शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए या उसे लिखते आना चाहिए। इस पर इस युवक की जब बात आती है तो निशक्त युवक के दोनों हाथ तो नहीं है लेकिन वह पैरों के जरिए लिख लेता है और पैरों के सहारे लिखकर ही उसके द्वारा कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली गई है। यही नहीं उसके द्वारा वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक ग्राम आमाटोला के शासकीय प्राथमिक स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर कार्यरत होकर बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया गया है। इसे देखते हुये कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा आदिवासी कल्याण विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर तत्काल रामदयाल को अतिथि शिक्षक के रूप में रख लिया गया।
पत्रकारों ने मिलवाया था कलेक्टर से
आपको बताये कि दिव्यांग रामदयाल धुर्वे के कलेक्टर कार्यालय पहुंचने पर उससे पत्रकारों द्वारा बात की गई। उसको होने वाली समस्या को देख पत्रकारों द्वारा दिव्यांग रामदयाल को कलेक्टर से मिलवाया गया और पत्रकारों द्वारा भी कलेक्टर से गुजारिश की गई थी इन्हें नौकरी पर रखा जाना चाहिए। दिव्यांग रामदयाल की पीड़ा को देख कलेक्टर श्री मिश्रा द्वारा तत्काल ही उन्हें आश्वस्त किया गया कि वे दिव्यांग रामदयाल को काम अवश्य दिलवाएंगें और इसे उनके द्वारा महज कुछ देर में ही पूरा भी किया गया।
प्राथमिक शाला घुरसीबेहरा में पढ़ाएगा रामदयाल
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग राहुल नायक एवं जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय को निर्देशित किया कि रामदयाल को अतिथि शिक्षक का काम दिलाने के लिए पहल करें। सहायक आयुक्त राहुल नायक ने गढ़ी संकुल के प्राचार्य से चर्चा की और रामदयाल धुर्वे को शासकीय प्राथमिक शाला घुरसीबेहरा में अतिथि शिक्षक श्रेणी-3 के रूप में प्राथमिकता से रखने कहा। संकुल प्राचार्य ने भी इस पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
काम दिलाने की गुहार लेकर पहुंचा था – रामदयाल
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे दिव्यांग रामदयाल धुर्वे ने बताया कि वह बचपन से ही बेसहारा है बचपन में ही उनके मां-बाप छोड़ कर चले गए थे दादा दादी ने पालन पोषण किया लेकिन वर्ष 2013 में उनकी दादी भी गुजर गई। तब वे दोबारा फिर से अनाथ हो गए जीवन यापन के लिए छोटा सा रोजगार मिल जाए तो वे आगे का जीवन जी सकते हैं यही गुहार लेकर वे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे और कलेक्टर साहब द्वारा समस्या को सुनने के बाद तत्काल ही उनके द्वारा काम दिलाने का आश्वासन दिया गया था। वे अपने हाथों से तो नहीं लिख सकते लेकिन पैरों के माध्यम से लिख सकते हैं। इसी की जरिये उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है और शासकीय प्राथमिक स्कूल आमाटोला में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य करते हुए बच्चों को पढ़ाया भी हैं।

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