करीब डेढ़ साल के कोरोना काल के अवकाश के बाद छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चे बुधवार से एक बार फिर स्कूलों में पहुंचेंगे। राज्य सरकार के आदेश के बाद जिले के लगभग सभी सीबीएसई और एमपी बोर्ड स्कूलों ने इसके लिए तैयारी कर ली है। सरकार की मंशा अनुसार अभी कक्षाओं में केवल 50 प्रतिशत छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में प्राइमरी स्कूल खोलने के आदेश दिए थे, जिसके बाद एक सितंबर से छठवीं से आठवीं तक के स्कूल खोले जाएंगे, जबकि कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों की स्कूल संभवत 15 सितंबर के बाद खोले जा सकते हैं।
इधर मुख्यमंत्री की हरी झंड़ी मिलने के बाद ही स्कूलों ने इस संबंध में तैयारियां शुरू कर दी थी, उन्होंने विद्यार्थियों को स्कूल भेजने के लिए जरूरी पालकों के सहमति पत्र इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भेज दिए थे। अधिकांश पालकों ने अपने सहमति पत्र स्कूलों को सौंप दिए हैं। इससे बुधवार से इनकी कक्षाएं लगना प्रारंभ हो जाएगी। हालांकि जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, उनके लिए आनलाइन क्लासेस चलती रहेगी।
छठी और आठवीं के बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए प्रबंधन को ठीक वैसे ही इंतजाम करने होंगे, जैसे उन्होंने अभी 9वीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के बच्चों को बुलाने के लिए किए हैं। किसी भी कक्षा में कुल छात्रों की संख्या के 50 प्रतिशत से अधिक छात्रों को नहीं बुलाया जा सकेगा। वहीं अभी मेस और बस सेवा पर रोक रहेगी। जो बच्चे मास्क लेकर नहीं आएंगे स्कूलों को उन्हें मास्क भी उपलब्ध करवाना पड़ेगा।