जनता की समस्याओं को दूर करने का बीड़ा उठाने वाले पार्षद अब शहर की समस्याओं से इतने त्रस्त हो चुके हैं कि उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष को पत्र लिखकर जनहित की योजना की जमीनी सच्चाई पता लगाने और इसका समाधान निकालने की मांग की है। नगर पालिका बालाघाट के नेता प्रतिपक्ष और पार्षद योगराज लिल्हारे ने मंगलवार को नगर पालिका में कांग्रेस दल के पार्षदों की बैठक ली। उन्होंने नई जल आवद्र्घन योजना को लेकर आ रही परेशानियों के संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर के नाम प्रभारी सीएमओ नितिन चौधरी को एक ज्ञापन सौंपा और शहर में बिछी पाइपलाइन का निरीक्षण करने जांच दल गठित करने की मांग रखी। उन्होंने जांच दल के निरीक्षण के दौरान वार्ड पार्षद की उपस्थिति को अनिवार्य रखने की बात कही।
पार्षदों ने बताया कि नगर पालिका बालाघाट के सभी 33 वार्डांेमें वर्ष 2015-16 में करीब 38 करोड़ रुपए की लागत में नई जल आवद्र्घन योजना स्वीकृत की गई थी। योजना के अंतर्गत सभी वार्डांेमें निर्माण एजेंसी ने पाइपलाइन भी बिछाई थी, जिसमें अभी सिर्फ एक घंटा प्रात: के समय पानी की सप्लाई हो रही है। एजेंसी द्वारा नगर के विभिन्न वार्डों में बिछाई गई पाइपलाइन में तकनीकी खामियों के कारण अधिकतर वार्डों में पानी की सप्लाई होने में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा नगर के टेल एरिया क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके कारण नगर के अधिकतर वार्डांेकी जनता को पानी नहीं मिल पा रहा है। पार्षदों ने बताया कि निर्माण एजेंसी द्वारा करीब 7 साल बाद भी नगर पालिका प्रशासन को यह योजना हैंडओवर नहीं की गई है।
कांग्रेसी पार्षदों का कहना है कि करीब 2 महीने बाद गर्मी का सीजन शुरू हो जाएगा, ऐसी स्थिति में वार्ड की जनता को दो वक्त पानी के लिए हर मोड़ पर परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। एजेंसी द्वारा मापदंडों के अनुकूल शहर के अधिकतर वार्डांे में पाइलाइन का विस्तार नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में इस योजना को नगर पालिका को हैंडओवर किए जाने से पहले विभागीय तौर पर एक जांच दल गठित कर विभिन्न वार्डों में जांच दल द्वारा निरीक्षण कराया जाए। पार्षदों ने बताया कि निरीक्षण दल में तकनीकी विशेषज्ञ को भी शामिल किया जाए। ये मांग कांग्रेस पार्षद और नेता प्रतिपक्ष योगराज लिल्हारे, गीता शर्मा, जितेंद्र कोवाचे, लोहिना पंचेश्वर, आशुतोष डहरवाल, सरिता उइके, प्रवीण मदनकर और खेमलता मराठे ने की है।
नगर पालिका की मौजूदा कार्यप्रणाली से खफा कांग्रेसी पार्षदों ने नगर पालिका में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर जिम्मेदारों को आड़े हाथों लिया। नेता प्रतिपक्ष और पार्षद योगराज लिल्हारे ने कहा कि शहर में नई जल आवद्र्घन योजना के बाद भी पानी की समस्या है। पाइपलाइन फूटी पड़ी है, जिसकी कई दिनों तक मरम्मत नहीं हो पाती। इस संबंध में पार्षद कई बार शिकायत करते हैं, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जाता। पेयजल योजना के ठेकेदार नगर पालिका पर ठीकरा फोड़ते हैं और नगर पालिका ठेकेदार को दोषी बताती हैै। वार्ड क्षेत्र में किसी काम के लिए जेसीबी मशीन के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। श्री लिल्हारे ने कहा कि छह महीने बाद भी नगर पालिका न लोगों को स्वच्छ पानी दे पा रही है, न छोटे निर्माण कार्य करा पा रही है। नगर पालिका के पास लंबे समय से स्थाई सीएमओ नहीं है। डेढ़ लाख की आबादी वाली नगर पालिका प्रभारी सीएमओ के भरोसे चल रही है।
वहीं, इस संबंध में नगर पालिका सीएमओ नितिन चौधरी ने बताया कि इस संबंध में संबंधित शाखा प्रभारी से जांच कराई जाएगी। इसमें योजना के तहत कई नियम थे, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा कई वार्ड क्षेत्रों में पेजयल संकट के संबंध में प्रभारी सीएमओ ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। जिन वार्डांे में ये समस्या है, वहां जल्द निराकरण किया जाएगा।