भीषण गर्मी का दौर चालू है ऐसे में जल संकट लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके कारण क्षेत्र के लोगों को पानी प्राप्त करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत मंगेझरी के कालागोटा में सामने आया है जहां पर कुँए और हैंडपंप का जलस्तर नीचे चला गया है। जिससे जल संकट जैसी स्थिति निर्मित हो गई है तो वही नल जल योजना भी अधर में लटकी पड़ी है ऐसे में ग्रामीण जनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिनके द्वारा जल स्रोत के माध्यम से प्रत्येक परिवार को जल की पूर्ति करने और उक्त जल संकट को समाप्त करने के लिए मांग की जा रही है। ताकि वह नल जल योजना के माध्यम से पानी प्राप्त कर सके वही ग्राम के कुएं और हैंडपंप भी ठीक रहे जिससे समय पड़ने पर पानी प्राप्त हो सके परंतु ऐसी स्थिति में दोनों साधन की स्थिति गंभीर हो गई है। जिससे ग्रामीण आक्रोशित है कि उन्हें पर्याप्त रूप से पानी प्राप्त नहीं हो पा रहा है तो वहीं पानी लाने के लिए करीब आधा किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मंगेझरी का एक टोला कालागोटा के रूप में स्थापित है जहां पर करीब 70 से अधिक परिवार निवासरत है। जहां पर स्वयं सरपंच का मकान स्थित है वहाँ पर नल जल योजना का नामोनिशान नहीं था ऐसे में ग्रामीणों के द्वारा हैंडपंप और कुएं से पानी प्राप्त कर अपनी जरूरत को पूरा किया जाता था। परंतु बीते कुछ समय से जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है और पर्याप्त रूप से किसी भी जल स्रोत में ग्रामीणों को पानी प्राप्त नहीं हो पा रहा है जिसके कारण उन्हें पूरे ग्राम में भटककर विभिन्न जल स्रोतों से अपनी पूर्ति करनी पड़ रही है। जिसको देखते हुए एक वर्ष पहले नल जल योजना की पाइपलाइन कालागोटा में डाली गई थी परंतु आज तक पाइपलाइन से पानी देने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है और यह पूरी योजना अधर में लटकी हुई है। वर्तमान में गर्मी के दौर में ग्रामीणों को ग्राम के हैंडपंप हुए से चिल्लाती धूप में पानी लाना पड़ रहा है जिसके लिए उन्हें आधा किलोमीटर से 1 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों में आक्रोश भरा हुआ है कि उन्हें पर्याप्त पानी पंचायत के माध्यम से दिया नहीं जा रहा है जिनके सामने जल संकट एक विकराल समस्या बनी हुई है जबकि पूरे ग्राम में चार हैंडपंप एवं कुछ कुँए है जो सूखने की कगार पर खड़े हैं और पर्याप्त पानी नहीं फेक पा रहे हैं।
ग्रामीण शंकाबाई उइके ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि हमारे यहां पानी नहीं है बहुत समस्या हो रही है कुँए सूखने लगे हैं हम स्कूल की तरफ पानी लाने के लिए जाते हैं जो आधा किलोमीटर दूर पड़ता है और इस चील चिलाती धूप में पानी लाने में हर किसी को समस्या हो रही है। नल जल योजना हमारे यहाँ स्वीकृत हुई थी बोलते हैं पर बनी नहीं है लोगों के द्वारा नाली खोदकर पाइप डाल गया है जिससे आज तक हमें पानी नहीं मिला है एक वर्ष हो गया है तब पाइप डाले गए थे। आज भी हम पानी की समस्या से जूझ रहे हैं हम चाहते हैं कि हमें पर्याप्त पानी उपलब्ध हो।
ग्रामीण पंचफूला बरैया ने बताया कि पानी की बहुत बड़ी समस्या हमारे यहां बनी हुई है एक वर्ष हो गया है ग्राम के सभी मकानों में नल जल का कनेक्शन दिया गया है पर उसे पानी नहीं मिला है। हमारे ग्राम में तीन से चार हैंडपंप है पर किसी से भी पानी पर्याप्त नहीं निकल रहा है जबकि पूरे ग्राम में 70 से अधिक परिवार है जिन्हें पानी की ही समस्या है मकान और रोड पर जो भी कुएं बने हुए हैं वह सुख रहे हैं। यह समस्या आज की नहीं पहले की समस्या है जिसकी शिकायत अनेकों बार की गई है पर उसे पर कोई लाभ आज तक हमें नहीं मिला है स्थिति यथावत बनी हुई है।
ग्रामीण रामकला अडमे ने बताया कि पानी हम दूर तरह से लाते हैं जिसमें बहुत परेशानी होती है यह समस्या पहले से हमारे यहां है 1 किलोमीटर तक हमें आना-जाना करना पड़ता है। हमारे घर के पास में भी हैंडपंप है पर पानी नहीं निकलता है तीन से चार बाल्टी पानी निकल गया तो बहुत पानी निकल गया इसलिए हम बाहर जाते हैं वहां से पानी लाते हैं। हमारे मोहल्ले में सरपंच का मकान है वह भी यहीं रहते हैं उन्हें भी पता है समस्या देखते हैं मगर उन्होंने आज तक किया कुछ नहीं है एक हैंडपंप है जो बिगड़ा हुआ है उसे पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जितने भी जल स्रोत है वहां पानी बहुत कम दे रहे हैं नल जल की बहुत आवश्यकता है।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि जल संकट को देखते हुए कालागोटा में पाइप लाइन का विस्तार किया गया ट्यूबवेल भी करवाए गए थे परंतु वह सुख है। जिसके लिए पानी की तलाश की जा रही है नल जल के संबंध में पीएचई एसडीओ से चर्चा करे थे और उन्हें हमने सुझाव दिया है कि सलाई टोला में पानी निकल रहा है तो वहां से पानी ला लेते हैं जिस पर उन्होंने ऐसा करने का आश्वासन दिया है। वहीं ग्राम के जल स्रोत सूख रहे हैं इसकी भी हमने विभाग को जानकारी दे दी है हर चीज से विभाग को अवगत करा दिया गया है परंतु उनके द्वारा कुछ नहीं किया जा रहा है जो दुख का विषय है पुनः चर्चा हमारे द्वारा की जाएगी।