7 जुलाई की देर शाम काली पुतली चौक स्थित हेमा पेट्रोल पंप में उस समय विवाद की स्थिति निर्मित हो गई जब एक व्यक्ति के द्वारा पेट्रोल पंप में आकर पेट्रोल डालाने को कहां गया किंतु पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा जितने पैसे उनके द्वारा दिए गए थे उतने पैसे का पेट्रोल ना डालते हुये उससे कम पैसे का ही पेट्रोल डाला गया जिस पर पेट्रोल पंप में पेट्रोल डाल आए व्यक्ति के द्वारा अपनी गाड़ी से पेट्रोल निकालकर चेक किया गया जिसमें सही में पेट्रोल कम डालना पाया गया जिस पर विवाद की स्थिति बनते देख कुछ दिन पहले पेट्रोल डाला कर गए और भी व्यक्तियों के द्वारा भी बताया गया की उनकी भी गाड़ियों में कुछ दिन पहले पेट्रोल पंप कर्मचारी के द्वारा अधिक पैसे लेकर कम पेट्रोल डाला गया है यह स्थिति को देखकर पेट्रोल पंप कर्मचारी वहां से भाग खड़ा हुआ और वहां उपस्थित युवाओं द्वारा पेट्रोल कम डालने की शिकायत कोतवाली थाने में जाकर की गई
बीते दिनों से शहर के कुछ पेट्रोल पंपों में पेट्रोल पंप के डिपो से पेट्रोल नहीं आने की वजह से शहर के कुछ पेट्रोल पंप पेट्रोल वितरण नहीं कर पा रहे थे तो वहीं कुछ पेट्रोल पंप में पेट्रोल आने की वजह से वह पेट्रोल वितरण कर रहे थे और उन पेट्रोल पंपों में आवश्यकता से अधिक भीड़ देखी जा रही थी जिसमें 7 जुलाई की देर शाम काली पुतली चौक स्थित हेमा पेट्रोल पंप में पेट्रोल डालने आए व्यक्ति द्वारा जब पेट्रोल डाला गया तो पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने उनकी गाड़ी में पेट्रोल कम डाला जिस पर उन्होंने आपत्ति जाहिर की तो यही बात सुनकर पीछे कुछ खड़े युवकों द्वारा बताया गया कि उनकी गाड़ी में भी बीते दिनों जब उन्होंने पेट्रोल डलाने आये थे तो पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा ऐसे ही उनकी गाड़ी में कम पेट्रोल डाला गया था वही पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा अपनी गलती को मानते हुए टेक्निकल गलती का हवाला देते हुए उन्हें पैसे वापस करने की बात की गई कही गयी पर सभी का कहना आ रहा था कि जिस प्रकार से शहर में पेट्रोल पंपों में पेट्रोल की कमी आई है उसे देखकर पेट्रोल पंप के कर्मचारियों द्वारा जो लोग पेट्रोल डलवाने आ रहे हैं उन्हें जल्दबाजी का फायदा उठाते हुए कम पेट्रोल डाल रहे हैं और उनसे अधिक पैसा वसूल कर रहे हैं जोकि लगभग 1 सप्ताह से इस प्रकार की घटनाएं अलग-अलग स्थान पर अलग-अलग पेट्रोल पंपों में देखने को मिल रही है
220 रूपये का पेट्रोल डलवाया किंतु महज एक लीटर भी नही डाला पेट्रोल पंप कर्मचारी – लक्ष्मण बिसेन
भमोडी निवासी लक्ष्मण बिसेन बताते हैं कि वह अपनी गाड़ी में पेट्रोल डलाने के लिए काली पुतली चौक स्थित हेमा पेट्रोल पंप पहुंचे थे जहां पर उन्होंने 220 रूपये का पेट्रोल डलवाया किंतु जैसे ही उन्होंने अपनी गाड़ी ऑन की तो उनके गाड़ी का पेट्रोल का मीटर नहीं उठा तब उनके द्वारा इस बात का विरोध पेट्रोल पंप के कर्मचारी से किया गया उन्होंने कहा की उन्होंने राशि का पेट्रोल डलवाया था उतना राशि का पेट्रोल पंप कर्मचारी द्वारा पेट्रोल नहीं डाला गया है उस पर पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा पेट्रोल नापने की बात कही गई जिस पर लक्ष्मण बिसेन द्वारा खाली पानी की बोतल लाकर पेट्रोल नापा गया तो गाड़ी से महज 1 लीटर पेट्रोल भी नहीं निकला जिस पर पेट्रोल पंप कर्मचारी ने टेक्निकल गलती बता कर बाकी पैसे वापस कर दिए किंतु युवक द्वारा इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई है
इससे पहले 200 रूपये का पेट्रोल डलाकर कर गए थे किंतु गाड़ी महज कुछ ही किलोमीटर चलने के बाद बंद हो गयी- महेश बावने
बालाघाट निवासी महेश बावने बताते हैं कि जब वह इससे पहले दिन में 200 रूपये का पेट्रोल डलाकर कर गए थे और जबकि उनके सामने ही पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा पेट्रोल डाला गया था किंतु गाड़ी महज कुछ ही किलोमीटर चलने के बाद उन्हें यह एहसास हुआ कि पेट्रोल पंप के कर्मचारी जितनी राशि दी गई थी उतनी राशि का पेट्रोल नहीं डाला गया है और अब वह पुनः शाम को जब पेट्रोल डलाने पहुंचे तो देखा कि दूसरे व्यक्तियों के साथ भी ऐसी ही घटना हो रही है जिस पर उन्हें पूरा भरोसा हो गया कि पेट्रोल पंप में पेट्रोल कर्मचारी द्वारा सभी के साथ ऐसा किया जा रहा है किंतु बहुत कम लोग के द्वारा ही इसकी शिकायत की जाती है वही उन्होंने उह भी बताया की शहर में कुछ पेट्रोल पंप पेट्रोल वितरण नहीं होने का फायदा उठकर ये लोग इस प्रकार से लोगो से अधिक राशि लेकर पेट्रोल कम डाल रहे है इस पर प्रशासन द्वारा संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करना चाहिए
इसके पहले भी हो चुकी है अवंती बाई चौक स्थित पेट्रोल पंप में इसी प्रकार की घटना
यह कोई पहला मामला नहीं है कि पेट्रोल पंप के कर्मचारी द्वारा पेट्रोल डराने आए व्यक्तियों को जितनी राशि दी जाती है उतनी राशि का पेट्रोल गाड़ियों में नहीं डाला जाता है क्योंकि जैसे ही शहर के कुछ पेट्रोल पंप में पेट्रोल वितरण बंद हुआ वैसे ही शहर के कुछ पेट्रोल पंपों में आवश्यकता से अधिक भीड़ पेट्रोल डलवाने के लिए जमा होने लगी एवं जब कर्मचारियों द्वारा पेट्रोल पंप के मीटर को सेट कर पेट्रोल नहीं डाला जाता है और बहुत पेट्रोल पंप में बात-विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई किंतु पेट्रोल नहीं मिलने के कारण मजबूरी में पेट्रोल डलवाने आए लोगों द्वारा बात विवाद कर वहां से आ जाया करते थे किंतु कोई भी इस प्रकार से अपनी गाड़ियों में पेट्रोल नापा नहीं करते थे किंतु आज भमोडी निवासी लक्ष्मण बिसेन द्वारा पेट्रोल पंप कर्मचारी के सामने ही जब पेट्रोल निकालकर नापा गया तो यह सिद्ध हो गया कि किस प्रकार से पेट्रोल पंप के कर्मचारी पेट्रोल डालते समय आम जनता के साथ हेराफेरी करते हैं
पेट्रोल पंप से भाग उठे कर्मचारी-
जब हमारे द्वारा हेमा पेट्रोल पंप के मैनेजर से इस विषय को लेकर जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो वह अपने ऑफिस में नहीं थे वही जिस कर्मचारी द्वारा इस प्रकार से पूरे पैसे लेकर कम पेट्रोल डालने का काम किया गया था उसे चर्चा करनी चाही तो वह भी पेट्रोल पंप से पेट्रोल डालना छोड़कर मौके से फरार हो गए थे
समय-समय पर ही नजर आती है प्रशासन की कार्रवाई-
प्रशासन द्वारा भी महज समय-समय पर ही कार्रवाई की जाती है या तो फिर कोई घटना घटित होती है तब जिला प्रशासन या संबंधित विभाग जागता है और कार्यवाही करता है देखा जाए तो बीते दिनों पेट्रोल पंप में आगजनी की घटना के बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी पेट्रोल पंपों में जाकर आगजनी के अग्निशामक यंत्र तथा पेट्रोल पंप में सीसीटीवी कैमरे सहित सारी चीज को चेक किया गया था किंतु अब फिर पुन: स्थिति ज्यों की त्यों बन गई है नहीं तो प्रशासन चाहे तो इन सब स्थितियों को ठीक करवा सकता है और इसके पूर्व प्रशासन द्वारा हेलमेट को लेकर शक्ति से नियम का पालन भी इन्हीं पेट्रोल पंप में करवाया गया था किंतु बाद में वह नियम भी कुछ दिन बाद ठंडे बस्ते में चले गए नहीं तो आज किसी भी पेट्रोल पंप में सीसीटीवी और पेट्रोल को लेकर सारी जानकारियां इनके सूचना पटल से गायब नजर आ रही है और शायद प्रशासन भी कोई बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है