किरनापुर तहसील के ग्राम देवगांव की ग्रामीण महिलाओं के साथ इसी गांव की एक युवती द्वारा झांसा देकर 8.51 लाख रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिलाओं ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर युवती के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उन्हें उनके नाम से लिए गए लोन के झमले से छुटकारा दिलाने की मांग की। ज्ञापन सौंपने पहुंचीं भूमेश्वरी घोरमाड़े ने बताया कि उनके देवगांव में रहने वाली प्रियंका पिता ज्ञानेश्वर मंगलकर ने पहले हमें झांसे में लेकर हमारे नाम से फाइनेंस कंपनियों और बैंकों से हमारे नाम से 50 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक लोन लिया और पैसों की जरूरत का झूठ बोलकर हमसे लोन की राशि मांग ली। अब वह सभी से अलग-अलग बहाने से पैसे ऐंठकर फरार हो गई है। पीड़ित राजेंद्र ने बताया कि प्रियंका का पूरा परिवार गांव छोड़कर अज्ञात जगह चला गया है। राजेंद्र ने बताया कि प्रियंका ने उनकी पत्नी के नाम पर लोन लिया था। इसी तरह गांव की 17 महिलाओं के नाम पर पहले लोन लिया और कुछ महीनों तक उसने लोन की किस्त चुकाई थी, लेकिन पिछले तीन महीने से किस्त न चुकाने के कारण फाइनेंस कंपनियों के एजेंट घर आकर किस्त जमा करने का मानसिक दबाव बना रहे हैं। जानकारी के अनुसार, प्रियंका बालाघाट, हट्टा और किरनापुर में संचालित विभिन्न फाइनेंस कंपनियों में बतौर एजेंट काम करती है। प्रियंका ने मजदूरी करने वालीं महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठाकर कम ब्याज दर पर लोन दिलाने का दिलासा दिलाया। इसके लिए सभी से दस्तावेज मांगे और अंगूठे का निशान लिया। जब फाइनेंस कंपनियों ने महिलाओंं के खाते में लोन की राशि डाल दी, तब प्रियंका ने बारी-बारी से पीड़ितों से बहाने बताकर उनसे पैसे लिए और कुछ दिन किस्त चुकाने के बाद फरार हो गई।