भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में भी न्यूजीलैंड को हराकर आईसीसी कप पर कब्जा जमा लिया है। इस जीत के साथ भारत ICC टेस्ट रैंकिंग में सबसे ऊपर पहुंच गया है। आपको बता दें कि टीम इंडिया ने साल 2003 के बाद पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट में जीत दर्ज की है। दूसरा टेस्ट इसलिए भी खास है क्योंकि रनों के लिहाज़ से (372 रन) भारत के लिए टेस्ट में ये सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2015 भारत ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 337 रनों से जीत हासिल की थी। साथ ही न्यूज़ीलैंड के लिए भी 372 रनों की हार, रनों के लिहाज़ से अब तक की सबसे बड़ी हार है। जीत के बाद कप्तान विरोट कोहली ने टीम की मानसिकता से लेकर खिलाड़ियों के प्रदर्शन तक पर खुल कर बात की। उन्होंने कहा कि जब मैदान पर उतरने के बाद हमारी एक ही सोच होती है, किस तरह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाया जाए और हमेशा टॉप पर रहा जाए।
विराट कोहली ने टीम के तीन युवा खिलाड़ियों की भी जमकर तारीफ की। मयंक अग्रवाल, अक्षर पटेल और मोहम्मद सिराज अभी भारतीय टेस्ट टीम के नियमित खिलाड़ी भी नहीं हैं, फिर भी इनके खेल ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ जीतने में अहम योगदान दिया। कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मयंक ने ग़ज़ब का खेल दिखाया।ऐसे महत्वपूर्ण समय में आपको दमदार प्रदर्शन करना होता है और उन्होंने ऐसा किया है। मुझे उम्मीद है कि वह अब निरंतर ऐसा करते रहेंगे। वहीं सिराज के बारे में कहा कि उसके पास प्रतिभा और कौशल दोनों है। वह अपने हर स्पेल में एक ही ऊर्जा के साथ गेंदबाज़ी करते हैं। ऐसा लगता है कि वह अपने हर स्पेल में एक या दो विकेट निकाल सकते हैं। वहीं अक्षर पटेल एक हरफ़नमौला खिलाड़ी हैं, जो टीम में संतुलन लाते हैं। वह टी20 क्रिकेट में पहले से क़ामयाब थे और जब उन्हें टेस्ट में मौक़ा मिला तो उन्होंने वहां भी कमाल दिखाया। वह फ़ॉर्मेट के अनुसार ही अपने खेल में परिवर्तन भी लाते हैं, जो कि एक बेहतरीन खिलाड़ी की निशानी है।
कप्तान से जब टीम के दो स्टार लेकिन असफल बल्लेबाजों चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के बारे में पूछा गया, तो कप्तान ने उनका भी पूरा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अजिंक्य रहाणे के भविष्य पर कोई भी फ़ैसला जल्दबाज़ी में नहीं लिया जाएगा। हम जानते हैं कि सकारात्मक मानसिकता में आने के लिए खिलाड़ियों को कितनी मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए हम उनका समर्थन करेंगे, फिर चाहे वह अजिंक्य हो या कोई और। हम बाहरी माहौल के आधार पर या जल्दबाजी में फ़ैसले नहीं लेंगे।