कोरोना काल के बाद वर्क फ्रॉम होम की मांग तेजी से बढी

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बीते दो साल में कोरोना काल में शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम की मांग तेजी से बढती जा रही है। वर्क फ्राम होम को लेकर महिलाओं में घर से काम करने प्रवृति ज्‍यादा बढी है। वर्क फ्रॉम होम न केवल दिल्‍ली-एनसीआर और मुंबई जैसे महानगरों में लोकप्रिय है बल्कि हैदराबाद, पुणे, लखनऊ, पटना और जयपुर जैसे शहरों के निवासी भी अब घर से काम करने को प्राथमिकता दे रहे है।
एक वेबसाइट की जानकारी के अनुसार पिछले साल की तुलना में प्लेटफॉर्म पर महिला यूजर्स की संख्या में 132 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।इनमें से अधिकांश घर से ही काम करना चाहती हैं। अर्थव्‍यवस्‍था में तेजी के साथ ही देश की वर्कफोर्स में भी अब ज्‍यादा लोग जुड़ रहे हैं।वित्त वर्ष 2023 की अप्रैल-जून तिमाही में आर्थिक विकास दर 13.5 फीसदी रही। यह पिछले चार तिमाहियों में सबसे तेज ग्रोथ है।इकोनॉमी में तेजी आने से कर्मचारियों की मांग भी बढ़ रही है।बड़ी संख्‍या में महिलाएं भी अब जॉब करने को इच्‍छुक हैं।
वेबसाइट के मुख्‍य व्‍यवसाय अधिकारी मानस सिंह का कहना है कि रिमोट वर्किंग में काफी लचीलापन है और यह सुविधाजनक भी है।यही कारण है वर्क फ्रॉम होम देश की वर्कफोर्स में ज्‍यादा लोगों को जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है।अपना डॉट कॉम की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल वर्क फ्रॉम होम की मांग करने वाली महिलाओं की संख्‍या दोगुनी हो गई है। मानस का कहना है कि महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम बहुत सुविधाजनक है।इससे उनका आने-जाने का समय बचता है और उनके घरेलू काम भी डिस्‍टर्ब नहीं होते।इसी कारण अब महिलाएं वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दे रही हैं।अंतर्राष्ट्रीय श्रम की एक हालिया रिपोर्ट में पाया गया था कि भारत में महिलाएं वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता दे रही हैं।
आईएलओ की रिपोर्ट यह भी बताती है कि ग्रामीण भारतीय महिलाओं में से 34 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 28 प्रतिशत महिलाएं घर पर रहकर काम करने को तैयार हैं।घर पर रहकर ही महिलाएं जिन नौकरियों को करना चाहती हैं, उनमें टेलीकॉलिंग और टेलीसेल्‍स जैसी बीपीओ जॉब्‍स, कंप्‍यूटर से संबंधित काम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, बैक ऑफिस जॉब्‍स, ऑफिस असिस्‍टेंट, अकेडमिक जॉब्‍स और अकाउंट्स और फाइनेंस से जुड़ी नौकरियां शामिल हैं

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