अगले शिक्षा सत्र में प्रवेश को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने आनलाइन काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। एक अगस्त से यूजी-पीजी कोर्स में रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। कोरोना को देखते हुए विभाग ने पहली मर्तबा व्यवस्थाओं में मामूली बदलाव किया है। रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्र-छात्राओं को बतौर कॉलेज फीस के रूप में एक हजार रुपए जमा होंगे ताकि सीट अलॉटमेंट के समय विद्यार्थियों को कालेज जाकर फीस नहीं देना होगी। यह फैसला कालेजों में भीड़ कम करने को लेकर लिया है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि फीस की बाकी राशि शेष तीन किश्तों में विद्यार्थियों को कालेज खुलने के बाद आनलाइन जमा करना होगी।
38 कॉलेजों में सीधे प्रवेश
विभाग ने आफलाइन प्रवेश को लेकर शेड्यूल बना दिया है। जहां अल्प संख्यक कालेजों में विद्यार्थी सीधे जाकर प्रवेश ले सकते है। प्रवेश तीन चरणों में दिया जाएगा। एक से 25 अगस्त के बीच विद्यार्थी आवेदन देकर तुरंत कालेज में प्रवेश पा सकते है। दूसरा चरण 28 अगस्त से 14 सितंबर और तीसरा चरण कालेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) 17 से 30 सितंबर तक रखी है। विद्यार्थियों को कालेज में ही दस्तावेज सत्यापन करवाना होगा। यहां तक फीस भी तुरंत जमा करना होगी। अल्पसंख्यक कालेजों की संख्या बढ़ गई है। 33 से बढ़कर 38 कालेज में सीधे प्रवेश की व्यवस्था है। पीएमबी गुजराती कालेज, एमकेएचएस गर्ल्स गुजराती कालेज, गुजराती प्रोफेशनल कालेज, अरिहंत, इस्बा, इंदौर महाविद्यालय, इंदौर क्रिश्चियन कालेज, इस्लामिया करीमिया, जैन दिवाकर, रेनेंसा, आइआइएल, आइसेक्ट, परिजात, इंटरनेशल ला कालेज, सेंटपाल आदि शामिल है। विभाग के मुताबिक अगले दस दिनों में कुछ और कालेज को अल्पसंख्यक का दर्जा मिल सकता है।
बढ़ेगी सीटें
12वीं एमपी बोर्ड और सीबीएसई में जनरल प्रमोशन मिलने से विद्यार्थियों के पास होने का प्रतिशत अधिक रहेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार कालेजों की सीटें तुरंत भर सकती है। इसके लिए कई कालेजों ने यूजी कोर्स की सीट वृद्धि का आवेदन दिया था। डीएवीवी के दायरे में आने वाले 30 कालेजों में विभिन्ना कोर्स की सीट बढ़ गई है।