कोरोना के बाद वीजा आवेदकों की संख्या 80% बढ़ी:दिल्ली में आवेदन कोरोना के पहले के स्तर पर पहुंचे, 2021 के मुकाबले 93% का इजाफा

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कोरोना महामारी के बाद दिल्ली से वीजा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में 80% का इजाफा हुआ है। कोरोना के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को खोलने और कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल में ढील के बाद 2022 में नई दिल्ली से वीजा आवेदन लगभग महामारी से पहले के स्तर पर आ गए।

वीएफएस ग्लोबल के अनुसार, 2022 में नई दिल्ली से वीजा आवेदन का प्रमाण साल 2019 यानी महामारी के पहले के स्तरों के 80% के करीब पहुंच गया। अगर 2021 से उसकी तुलना करें, तो उसमें 93% की वृद्धि दर्ज की गई है।

वीएफएस ग्लोबल के मुख्य परिचालन अधिकारी (दक्षिण एशिया) सेन के मुताबिक, भारत से वीजा के लिए 2022 में बेमिसाल मांग देखने को मिली है। हमें भरोसा है कि यह और बढ़ेगा, इसलिए वीजा आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम पलों में हड़बड़ी से बचना चाहते हैं, तो वीजा के लिए 80 से 90 दिन पहले आवेदन कर दें।

पसंदीदा देश का वीजा बुक कर सकते हैं
सेन ने बताया कि परेशानी से बचने के लिए आवेदक वीजा एट यूअर डोरस्टेप (वीएवाईडी) जैसे प्रीमियम वैकल्पिक सेवाओं से अपने पसंदीदा देश का वीजा बुक कर सकते हैं। इसमें 2022 तक साल-दर-साल लगभग 90% की वृद्धि देखी गई। भारत में ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, आइसलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, स्लोवेनिया, स्विट्जरलैंड और यूके वीएफएस ग्लोबल वीएवाईडी की पेशकश कर रहा है।

ऐसी सर्विस के लिए कोई भुगतान नहीं
उन्होंने बताया कि 9 फरवरी 2020 से प्रभावी परिशोधित शेंगेन वीजा कोड के अनुसार, आप अपनी यात्रा की तारीख से 6 महीने पहले तक शेंगेन वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने वीजा आवेदकों को सलाह दी कि वे धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं से सावधान रहें, जो वीएफएस ग्लोबल के नाम का उपयोग करके कोई अन्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ग्राहकों से शुल्क वसूलते हैं।

वीएफएस ग्लोबल इस तरह की सर्विस के लिए कोई भुगतान नहीं लेती है। किसी भी सहायता की जरूरत हो तो, आप कभी भी हमारे किसी भी कर्मचारी वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं या मेल कर कसते हैं।

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