चीन सहित अन्य देशों में कोरोना के नया वेरिएंट ओंमोक्रान
जमकर तबाही मचा रहा है। जहां कोरोना मरीजो और कोरोना से होने वाली मौतों के लगातार बढ़ते जा रहे आंकड़े एक बार फिर डराने लगे हैं। कोरोना वायरस कि इसी संभावित दस्तक को देखते हुए भारत सरकार जहाँ हाईअलर्ट पर है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी कर कोविड प्रोटोकॉल के नियमों को फॉलो करने के निर्देश दिए हैं। जहा कोरोना के दस्तक को लेकर शासन व प्रशासन से कोई दिशा-निर्देश मिलने को लेकर मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मनोज पांडेय ने नागरिकों से पूर्व की तरह भीड़ भरे माहौल में जाने से परहेज करने, मास्क का उपयोग करने व सर्दी-खांसी या बुखार जैसे लक्षण होने पर स्वंय ही कोरोनटाईन होने की अपील की व सर्तकता ही बचाव मुख्य साधन बताया हैं
संवेदनशील है बालाघाट जिला
कोरोना की फिर से दस्तक को लेकर शासन की ओर से एडवाइजरी दी जाने लगी हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की किस तरह से सर्तक है यह भी जानने की जरूरत हैं। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा से जुड़ा हुआ होने से बालाघाट जिला संवेदनशील कहलाता हैं। ऐसे में यहां पर सावधानी की नितांत आवश्यकता हैं। कोविड के दौर से हर कोई गुजर चुके हैं। ऐसे में सावधानी ही बचाव का सबसे बड़ा साधन हैं। यही बात मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मनोज पांडेय ने कही हैं।
पूर्व की तरह कोविड- नियमो का पालन करना जरूरी है_ पांडेय
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडेय ने बताया कि फिलहाल कोरोना वेरिएंट को लेकर कोई निर्देश नहीं हैं पर निर्देश आते रहते हैं। विदेशों में चीन जैसी हालात हमारे देश में नहीं हैं। फिर भी हमें सावधानी बरतने की जरूरत हैं। उन्होंने बताया की वे किसी को भयभीत करना नही चाहते हैं। बल्कि यह हमारी नैतिक जिम्मेवारी हैं कि स्वंय ही सावधानी बरतना प्रारंभ कर देवें। कोरोना के प्रभाव को लेकर पूर्व में वैक्सीनेशन और बुस्टर डोज भी लगाये गये हैं। लेकिन ऐसे डायबिटीज वाले, बीपी व सुगर वाले सतर्कता बरते। कोई आपदा आये तब हम सावधानी बरते यह ठीक नहीं होगा। उन्होंने नागरिकों से पूर्व की तरह भीड़ भरे माहौल में जाने से परहेज करने, मास्क का उपयोग करने व सर्दी-खांसी या बुखार जैसे लक्षण होने पर स्वंय ही कोरोनटाईन होने की अपील की व सर्तकता ही बचाव मुख्य साधन बताया हैं। उन्होने कहा कि बालाघाट भले ही महाराष्ट्र व छग की बार्डर से जुड़ा हुआ हैं। पर फिलहाल में देश में ऐसे गंभीर मामले नहीं हैं इसलिये बार्डर का कोई विषय नहीं हैं। हमें सावधानी बरतने की जरूरत हैं। अगर अस्पताल में किसी मरीज से मिलने जा रहे हैं तो हमें सावधानी बरतनें चाहिए। मास्क का उपयोग करने के साथ ही साबुन से हाथ धुलने जैसी छोटी-छोटी सावधानियां बरतना आवश्यक हैं। हमे पूर्व की तरह कोविड- नियमो का पालन करना चाहिए।