
देश में कोरोना की घट-बढ़ जारी है पर पंजाब और हिमाचल प्रदेश में इसका संक्रमण तेज हो चला है और बाकी राज्यों के मुकाबले कोविड-19 के हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। दोनों राज्यों में पिछले एक सप्ताह में कोरोना के मामलों में सबसे अधिक साप्ताहिक उछाल देखा गया है। 19 जुलाई और 26 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताहों के बीच पंजाब में औसत दैनिक मामलों में 254 से 631 तक यानी 2.48 गुना की वृद्धि देखी गई जबकि हिमाचल में कोरोना केस 384 से 1.57 गुना बढ़कर 603 हो गए। यह सभी राज्यों में सबसे अधिक बढ़ोतरी है। इसके बाद केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों को कोरोना के संभावित विस्फोट के खतरे से आगाह किया है।
पंजाब की बात की जाए मंगलवार को राज्य में कोरोना के 584 मामले सामने आए थे। इनमें सर्वाधिक 130 मामले मोहाली जिले में और उसके बाद 84 मामले जालंधर जिले में दर्ज किए गए। इसके बाद लुधियाना में 77, होशियारपुर और पटियाला में 46 कोरोना के मामले रिपोर्ट हुए हैं। बता दें कि देश में बुधवार को 18313 नए केस और 57 लोगों की मौत दर्ज की गई थी। मंगलवार को 14,830 नए मामले और 36 मौतें हुई थीं। कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन सरकार की तरफ से चलाए जा रहे बूस्टर वैक्सीन डोज के प्रति लोगों का रुझान भी चिंताजनक रूप से कम है। सरकार द्वारा 15 जुलाई को मुफ्त बूस्टर वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू करने के बावजूद अब तक भारत के पात्र 69.97 करोड़ लाभार्थियों में से केवल 11 प्रतिशत (7.3 करोड़) ने ही एहतियाती खुराक ली है। हालांकि सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि पहले की तुलना में सुधार हुआ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
15 जुलाई तक प्रतिदिन दी जाने वाली औसत बूस्टर खुराक प्रतिदिन केवल 4.7 लाख थी, यह संख्या 15 जुलाई के बाद एक दिन में बढ़कर 20.4 लाख हो गई। हालांकि कम होती एंटीबॉडी के कारण कोरोना से जंग में कमजोर हो रही आबादी को देखते हुए पर्याप्त नहीं थी। 734 में से 181 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक साप्ताहिक सकारात्मकता उच्च संक्रमण दर का संकेत देती है जबकि 107 जिलों में 5 से 10 प्रतिशत के बीच सकारात्मकता है।