कोविड के मरहम में दर्द,जिले में केवल 12 लोगों को ही मिलेगी 50 हजार की राशि

0

कोरोना संक्रमण की चपेट में आए मृतकों के परिजनों के जख्मों पर 50 हजार की अनुग्रह राशि से सरकार मरहम लगाने की योजना बनाई थी। लेकिन शासन की गाइडलाइन और नियमों के फेरे में महज 12 परिवार ही इस बात को साबित कर पाए कि उनके परिजन की मौत कोविड-19 के संक्रमण से हुई है।

इस बात के प्रमाण स्वयं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने दिए की 309 लोगों ने अपने परिजनों की मौत पूर्णा संक्रमण से होने की जानकारी और 50 हजार के मरहम के लिए आवेदन किया था जिसमें से महज 12 लोगों के आवेदन को स्वीकार करते हुए 50 हजार की अनुग्रह राशि देने का प्रस्ताव वरिष्ठ स्तर पर भेजा गया है।

आपको बताये कि वैश्विक कोरोना पूरे देश भर में आई, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया। कई परिवारों ने जो भविष्य के लिए जमापूंजी एकत्र की थी वह जमा पूंजी इलाज में चली गई, साथ में परिवार के कमाउ सदस्यों को भी खो दिया। और अब उनके पास शिवाय आंसुओं के अलावा कुछ नहीं है।

झुग्गीझोपड़ी में निवासरत एक ऐसा परिवार जिनके परिवार के दोनों पुत्रों पर ही परिवार की पूरी जिम्मेदारी थी और उनकी कोरोना के कारण मौत हो गई। कोरोना से मृत्यु होने का उनके पास प्रमाण पत्र भी है इसके बावजूद भी अब तक शासन की ओर से सहायता नहीं मिल पाई।नगर में एक परिवार ऐसा भी है जिसमें परिवार के कर्ता-धर्ता की मृत्यु होने पर अब उनकी पत्नी को होटल में काम कर घर चलाना पड़ रहा है। यही नहीं इस परिवार में दो भाइयों की कोरोना के दौरान मृत्यु हुई थी, दूसरे भाई के तीन बेटियों में से दो बेटियों की अभी शादी भी नहीं हुई है।

ऐसे परिवारों से चर्चा करने के दौरान मौजूद पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष अनिल सोनी ने बताया कि शासन द्वारा कोरोना से मृत 12 लोगों के परिवारों को 50 – 50 हजार रुपए सहायता राशि दी गई है यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन हमें जो जानकारी मिल रही है इनमें ज्यादातर शासकीय सेवा में कार्यरत लोगों की मृत्यु होने वाले परिवारों को यह सहायता राशि दी गई है।

इसके संबंध में चर्चा करने पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने बताया कि यह 50 हजार रुपये राशि दी गई है वह बहुत कम है। उनके द्वारा कोरोना से मृतकों के परिवार को 4 लाख दिए जाने की याचिका दायर की गई थी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडेय से मोबाइल पर चर्चा करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल लगातार नेटवर्क कवरेज एरिया से बाहर बताए जाने के कारण उनसे बात नही सकी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here