कोविड-19 को लेकर एक हालिया स्टडी ने कुछ लोगों की नींद उड़ा दी है। इस बारे में विस्तार से जान लेते हैं।रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 संक्रमण को लेकर एक स्टडी सामने आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि इस वायरस की चपेट में आने वाले 5 फीसदी लोगों का स्वाद और सूंघने की क्षमता कई महीनों तक वापस नहीं आती। एक मरीज तो 27 महीने तक स्मेल और टेस्ट को रिकवर नहीं कर पाया।
हालांकि ज्यादातर लोगों की यह समस्या महज कुछ महीनों में ही सही हो गई। शोधकर्ताओं का कहना है कि लाखों लोग कोरोना की वजह से इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों को स्मेल जाने के बाद ऐसा लगता है कि टेस्ट भी चला गया है लेकिन ऐसा नहीं है।स्टडी के मुताबिक गंध और स्वाद का सीधा कनेक्शन हमारी इमोशनल हेल्थ से होता है। जब लोग इस तरह की परेशानी से जूझते हैं तो उनकी लाइफ की क्वालिटी पर नेगेटिव असर पड़ता है। यह परेशानी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई परेशानियों की वजह बन जाती है। इस स्टडी से पता चला है कि 6 महीने में अधिकांश मरीज़ कोरोना के इस साइड इफेक्ट से उबर गए।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में गंध और स्वाद की भावना जल्द ठीक होने की संभावना कम थी। करीब 40 फीसदी लोगों को कोरोना के बाद इस तरह के लक्षण दिखाई दिए। दुनियाभर में करीब 3 साल से कोविड-19 का कहर चल रहा है। अब तक करोड़ों लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं और लाखों लोगों की जान जा चुकी है। देश में पिछले कुछ सप्ताह से कोरोना की रफ्तार एक बार फिर बढ़ गई है। तेजी से लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।