कोस्ते से सालईटोला मार्ग जर्जर……

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जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत कोस्ते से ग्राम पंचायत मंगेझरी के सालईटोला पहुंच बायपास मार्ग की हालत जर्जर हो गई है। जहां पर बड़े-बड़े गड्ढे तो वही जमीन के गिट्टे बाहर आ गए हैं जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। ऐसे में लोगों को आवागमन करने में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कई मर्तबा लोगों को हादसों का भी सामना करना पड़ रहा है जिसमें वह चोटिल हो रहे हैं। जिसके लिए ग्रामीणों के द्वारा अनेकों बार शासन प्रशासन से मार्ग की मरम्मत या मार्ग के नवीनीकरण किये जाने की मांग की गयी है परंतु शासन प्रशासन के द्वारा इस मार्ग पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण मार्ग की स्थिति और लोगों की समस्या यथावत बनी हुई है।

5 से 7 किलोमीटर का फेरा बचाता है मार्ग

यहां पर यह बताना लाजमी है कि यह मार्ग ग्राम पंचायत कोस्ते से ग्राम पंचायत मंगेझरी के सालईटोला को जोड़ता है। जो आगे भांडी पिपरिया तक का मार्ग है ऐसे में वारासिवनी आने के लिए अधिकांश लोग इस मार्ग का उपयोग करते हैं। क्योंकि यह बायपास के रूप में महज 3 किलोमीटर की दूरी तय करने पर एक पंचायत से दूसरी पंचायत में व्यक्ति पहुंच जाता है। वरना लोगों को मंगेझरी के सालईटोला से महाराजपुर होते हुए मुख्य मार्ग से कोस्ते आने पर 7 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करना पड़ता है। ऐसे में उक्त मार्ग समीप का मार्ग है जिससे अधिकतर लोग आवागमन करते हैं।

15 वर्ष पहले हुआ था मार्ग का निर्माण

गैरतलब हैं की ग्राम पंचायत कोस्ते के द्वारा जनपद पंचायत की मदद से उक्त कच्चे मार्ग का निर्माण करीब 15 वर्ष पूर्व करवाया गया था। जिसके बाद से उक्त मार्ग का किसी भी प्रकार से नवीनीकरण कार्य या मरम्मत कार्य नहीं किया गया है। जिसके कारण बड़े-बड़े पत्थर मुरम घुलने से बाहर आ गए हैं तो वही पत्थर निकलने वाले स्थान पर गड्ढे पड़ गए हैं। जिससे राहगीरों को समस्या हो रही है और सबसे बड़ी समस्या बरसात में ग्रामीणों को होती है जहां पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। जिसके लिए उक्त मार्ग के नवीनीकरण की मांग ग्रामीणों एवं राहगीरों के द्वारा की गई है।

ग्रामीण सालिकराम राहंगडाले ने पदमेश को बताया कि यह कोस्ते से मंगेझरी के सालईटोला का मार्ग है जो आगे भांडी तक जाता है। जिससे करीब आधा दर्जन पंचायतों के लोग रोजाना आवागमन करते हैं क्योंकि यहां कम दूरी का बायपास मार्ग है। इस मार्ग की स्थिति बहुत ही जर्जर हो गई है जहां पर बड़े-बड़े गिट्टी के पत्थर बाहर आ गए हैं तो वही गड्ढे हो गए हैं जिसके कारण काफी समस्या आने जाने में करनी पड़ती है। श्री राहंगडाले ने बताया कि इस मार्ग पर दोनों ग्राम के लोगों की खेती है ऐसे में बरसात के समय भयंकर परेशानी जाती है क्योंकि मार्ग में कीचड़ हो जाता है जिससे मार्ग पर पैदल चलना भी लोगों के लिए दुर्बर होता है। जिसका नवीनीकरण किया जाना अति आवश्यक है और इसके लिए कई बार पंचायत को कहा भी गया है पर उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हम चाहते हैं कि इस मार्ग का निर्माण हो ताकि लोग सुगमता से आना-जाना कर सकें।

राहगीर नितेश उइके ने बताया कि वह ग्राम पंचायत मेडकी रहता हैं जिनका कार्य मंगेझरी में प्रारंभ है ऐसे में उन्हें रोजाना मुख्य मार्ग से आना जाना पढ़ता था और इस मार्ग की जानकारी नहीं थी। जिसके कारण वहां महाराजपुर से मंगेझरी के मलहम टोला व अन्य टोलों को पार कर सालईटोला पहुंचते थे ऐसे में उनके साथी के द्वारा इस मार्ग की जानकारी दी गई जो बहुत ही नजदीक का मार्ग है करीब 3 किलोमीटर की दूरी तय कर व्यक्ति कोस्ते पहुंच जाता है। जबकि 7 किलोमीटर का फेरा मुख्य मार्ग से पड़ता है। श्री उइके ने बताया कि मार्ग बहुत खराब हो चुका है जगह-जगह गड्ढे और गिट्टी बाहर आई हुई है ऐसे में मोटरसाइकिल चलाने में डर लगा रहता है। बार-बार मोटर साइकिल का गियर चेंज करने से पेट्रोल भी अधिक लगता है वही गाड़ी के पार्ट्स भी खराब होते हैं। जबकि यह समीप का मार्ग है तो इसका निर्माण किया जाना चाहिए ताकि दुर्घटनाओं की संभावनाएं खत्म हो और लोग सुरक्षित आवागमन करें।

पंचायत सचिव कमल सिंह वल्के ने बताया कि उक्त मार्ग का निर्माण करीब 15 वर्ष पूर्व पंचायत के द्वारा करवाया गया था। जिसके बाद से इस मार्ग का नवीनीकरण नहीं किया गया है और ना ही मरम्मत कराई गई है। जिसकी समस्या ग्रामीणों के द्वारा पंचायत में बताई गई थी जिस पर पंचायत से प्रस्ताव लेकर जनपद पंचायत को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। कार्य स्वीकृत होते ही मार्ग का नवीनीकरण करवा दिया जायेगा। पक्का मार्ग बनाने के लिए ग्राम पंचायत सक्षम नहीं है और इतनी राशि पंचायत में आती भी नहीं है।

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