नगर मुख्यालय से लगभग ३ किमी. दूर ग्राम पंचायत औल्याकन्हार के अंतर्गत आने वाली ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी मार्ग के बीच स्थित पुल पिछले वर्ष तेज बारिश होने से पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है परन्तु वर्तमान समय तक पुल का पक्का निर्माण नही किया गया है बल्कि अस्थाई रूप से कच्चा निर्माण किया गया है जिससे ग्रामीणजन आना-जाना कर रहे है परन्तु एक माह बाद बरसात प्रारंभ हो जायेगी और तेज बारिश होने पर अस्थाई पुल पुन: क्षतिग्रस्त (ढह) हो जायेगा। जिससे दोनों ग्रामों का संपर्क टूट जाने के साथ ही किसानों की खेती भी प्रभावित होगी क्योंकि मुरलीखाम के किसानों की खेती पंढरापानी एवं पंढरापानी के किसानों की खेती मुरलीखाम सीमा में है और दोनों के बीच नाला है, अगर नाला क्षतिग्रस्त ही हो जायेगा तो लोगों को अपने खेत एवं नगर मुख्यालय आने-जाने में बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और कई बार ग्रामीणजनों के द्वारा क्षतिग्रस्त पुल का पुन: नवीन निर्माण करवाये जाने की मांग कर चुके है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ग्रामीण व किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ते जा रहा है। आपकों बता दें कि ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग का प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग के द्वारा विगत वर्ष पूर्व लाखों रूपयों की लागत से सड़क व पुल का निर्माण किया गया है परन्तु पिछले वर्ष की तेज बारिश में पुल क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके कारण बरसात के दिनों में दोनों ग्रामों के ग्रामीणजनों व किसानों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद प्रशासन के द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मिट्टी से अस्थाई पुल बनाया गया है जो कमजोर बना हुआ है ऐसी स्थिति में लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है क्योंकि अगर दुर से मिट्टी से बनाया गया अस्थाई पुल दिखाई नही एवं गुजरते समय चौपहिया, दुपहिया एवं साइकिल अनियंत्रित हो जाती है तो पर दुर्घटनाएं भी घटित हो सकती है। साथ ही तेज बारिश होने पर पुन: पुल पानी के साथ बहकर क्षतिग्रस्त हो जायेगा और समस्या जस की तस हो जायेगी। क्षतिग्रस्त पुल का नवीन निर्माण करवाये जाने के लिए कई बार ग्रामीणों के द्वारा शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके है परन्तु कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जबकि बरसात के पूर्व पुल का निर्माण हो जाता है बरसात के दिनों में परेशानियों का सामना नही करना पड़ेगा, अगर निर्माण नही हुआ तो क्षतिग्रस्त पुल के कारण मार्ग से आवागमन करने वाले ग्रामीण, स्कूली छात्र-छात्राओं व राहगीरों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पूर्व अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पुल स्थल का निरीक्षण किया था जिसके बाद लोगों को उम्मीद जागी थी कि पुल का निर्माण होगा परन्तु वर्तमान समय में जमीनी स्तर पर कोई भी कार्य प्रारंभ तक नही हुआ है। ग्रामीण व किसानों ने बरसात के पूर्व क्षतिग्रस्त पुल का नवीन निर्माण कार्य करवाये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है ताकि बरसात के दिनों में होने वाली परेशानियों से निजात मिल सके।