ग्राम गूलरढ़ाणा की आदिवासी बुजुर्ग महिला से पुलिस द्वारा तीन दिन पहले की गई मारपीट का मामला गरमा गया है। इसके विरोध में रविवार को आदिवासी समाज सुधार संगठन के पदाधिकारियों ने खालवा थाने पर धरना देकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। जिला अस्पताल में उपचारित भर्ती पीड़ित महिला से सुबह अस्पताल पहुंच कर वन मंत्री विजय शाह ने मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए है। रविवार को खालवा क्षेत्र के ग्राम गूलरढाना की खालवा पुलिस द्वारा पूछताछ के नाम पर की गई बर्बरता पूर्वक मारपीट के खिलाफ धरने पर बैठे कोरकू आदिवासी समाज सुधार संगठन के पदाधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेताते हुए कहा।
रविवार को खालवा क्षेत्र के ग्राम गूलरढाना की आदिवासी महिला सरस्वती बाई पति लक्ष्मण कोरकू (50) वर्ष के साथ गत दिनों खालवा पुलिस ने पूछताछ के लिए घर पहुंचकर मारपीट की थी। वही सरकारी वाहन बैठाकर खालवा थाने लाया गया था। पुलिस द्वारा पिटाई में महिला के शरीर पर अंदरूनी चोट आई है। जानकारी लगने पर कोरकू समाज सुधार संगठन ने पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। रविवार को कोरकू समाज संगठन द्वारा पुलिस पर क्षेत्र के गरीब आदिवासीयो के साथ अन्याय व आदिवासी बुजुर्ग महिला की बर्बरता पूर्वक पिटाई का विरोध कर तहसील मुख्यालय खालवा पर विरोध जताते हुए रैली निकल कर खालवा थाने का घेराव किया गया। सौ से अधिक क्षेत्रीय आदिवासियों के साथ कोरकू समाज सुधार संगठन के पदाधिकारियों ने एसडीओपी रविंद बास्कले, नायब तहसीलदार अंकित मौर्य और वनमंत्री विजय शाह के प्रतिनिधि भाजपा नेता सन्तोष सोनी को ज्ञापन देकर महिला को न्याय दिलाने व दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
सड़क से संसद तक करेंगे प्रदर्शन
संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारे आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है, अब हम इसे सहन नही करेंगे। आदिवासियों को न्याय दिलाने के लिए हम सड़क से संसद तक प्रदर्शन करेंगे।
बार-बार पुलिस कर रही परेशान
जिला अस्पताल में भर्ती सरस्वती बाई ने बताया कि ग्राम जुनाखाल निवासी उसकी ननद के लड़के द्वारा बार-बार पुलिस को लाकर अनर्गल आरोप लगाकर परेशान किया जाता है ।26 अगस्त को भी उसके साथ आए चार पुलिस जवान और दो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा उसे बर्बरता पूर्व मारपीट कर जीप में बैठाकर खालवा थाना लाया गया। यहां भी उसके साथ मारपीट की गई। कुछ समय बाद उसे छोड़ दिया गया। पाइप ओर डंडे से मारपीट के कारण हो रहे असहनीय दर्द की वजह से गांव वालों ने जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस उसके पुत्र को ढूंढने के बजाय बार-बार उस पर लड़के को गायब करने का निरर्थक दबाव बना रही है। मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि बुलढाणा से 3 वर्ष पूर्व लापता एक नाबालिक लड़की को महिला के लड़के द्वारा भगा ले जाने की आशंका के चलते पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। महिला द्वारा लगाए गए मारपीट के आरोप की जांच के निर्देश डीएसपी और महिला सेल को दिए गए हैं।