नवजात बालक को बेचने के प्रयास के मामले सोमवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। शहर के चार मीडियाकर्मियों (नईदुनिया नहीं) देवेंद्र जायसवाल, सदाकत पठान, अजीत लाड़ और यूट्यूबर राज पिल्लई ने डाक्टर से 20 लाख रुपये वसूले। दो लाख पच्चीस हजार रुपये लेने के बाद 17 लाख 75 हजार रुपये के लिए चेक लिए थे। इसके लिए उन्होंने डाक्टर सौरभ सोनी और उसके दो कर्मचारियों का अपहरण कर उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने आरोपित मीडियाकर्मियों पर अपहरण, फिरौती सहित अन्य गंभीर धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
सोमवार को कोतवाली थाने में डाक्टर सौरभ सोनी और दिव्या सोनी ने मीडियाकर्मी अजीत लाड़ निवासी नवचंडी क्षेत्र, सदाकत पठान निवासी कहारवाड़ी, देवेंद्र जायसवाल कीर्ति नगर और यूट्यूबर राज पिल्लई निवासी नवकार नगर की शिकायत की। डाक्टर सौरभ ने बताया कि 22 जुलाई को शाम करीब पांच बजे इन चारों ने मेरे क्लीनिक पर काम करने वाले कमलेश के मोबाइल से मुझे फोन किया। उन्होंने मुझे कचहरी के पीछे रेस्ट हाउस के पास बुलवाया। जब वहां पहुंचा तो राज पिल्लई ने मेरी बाइक की चाबी निकाली और मोबाइल से फोटो लेने लगा। विरोध करने पर पीछे से तीन मीडियाकर्मी आए और मारपीट करने लगे। जबर्दस्ती कार में बैठा लिया। कार में पहले से मेरा कर्मचारी मोहसीन और कमलेश बैठे हुए थे। हम तीनों को भंडारिया रोड पर एक स्कूल के सामने लेकर आए। यहां मुझे बच्चे की खरीद-फरोख्त में फंसाने के लिए धमकाते हुए मारपीट की।
यहां चारों ने पचास लाख रुपये की की डिमांड की। जब उसने इतनी राशि देने से मना किया तो वे 20 लाख रुपये लेने पर राजी हुए। उन्होंने रुपये नगद लाने के लिए कहा। नगद रुपये नहीं होने पर आनलाइन 25 हजार रुपये अजीत लाड़ के खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद घर फोन करके रिश्तेदार से दो लाख रुपये बुलवाकर दिए। इसके बाद सात लाख 75 हजार और दस लाख रुपये चारों को दिए। पुलिस ने बयानों के आधार पर आरोपितों पर कार्रवाई की है। विदित हो कि शिकायतकर्ता डाक्टर सौरभ सोनी पर नवजात को बेचने के आरोप के चलते कोतवाली थाने में ही प्रकरण दर्ज है।
– आरोपित मीडियाकर्मी देवेंद्र जायसवाल, सदाकत पठान, अजीत लाड़ और राज पिल्लई पर फिरौती, अपहरण और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप है। चारों पर धारा 341, 323, 365, 384, 385, 389 और 34 आइपीसी में प्रकरण दर्ज किया गया। -विवेक सिंह, पुलिस अधीक्षक