लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी जिलेभर में रुक-रुककर तेज व रिमझिम बारिश हुई। बारिश से पूरा इलाका तरबतर हो गया वहीं विभिन्न नदियों में बाढ़ आ गई। क्षेत्र की जीवनदायिनी ताप्ती नदी ने गुरुवार से रौद्र रूप धारण कर लिया है। शुक्रवार शाम सात बजे ताप्ती खतरे के निशान 220.800 मीटर के करीब ढाई मीटर ऊपर 223.400 मीटर पर बही। लगातार बढ़ते पानी ने ताप्ती के सभी तटों और मंदिरों को जलमग्न कर दिया वहीं बुरहानपुर-जैनाबाद के बीच बने नए पुल के नीचे थोड़ी सी दूरी पर बाढ़ का पानी बहा।
लगातार बारिश के चलते जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए अधिकारियों और होमगार्ड जवानों को तैनात किया। शुक्रवार को भी ताप्ती के राजघाट, नागझिरी घाट, सतियारा घाट आदि में पुलिस व अन्य अधिकारी लगातार निगरानी करते रहे। ज्ञात हो कि 220.800 मीटर पर खतरे का निशान है। इससे ज्यादा पानी होने पर ताप्ती तट से लगी निचली बस्तियों में पानी घुसने का खतरा बढ़ जाता है।
एसडीएम केआर बड़ोले ने इसे देखते हुए अधिकारियों को कहा है कि यदि नदी में पानी बढ़ता है तो तत्काल निचली बस्तियों को खाली करा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। बाढ़ से उपजी हर स्थिति से निपटने के लिए अधिकारी तैयार रहें। इसके अलावा कलेक्टर प्रवीण सिंह और पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा भी लगातार जानकारी ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले में देरी से मानसून आने के कारण अब तक करीब दस इंच के आसपास ही बारिश हो पाई है। बुधवार रात को झमाझम और गुरुवार को भी अच्छी बारिश के बाद शुक्रवार सुबह से रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार एक जून से अब तक 260 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।
जानकारों का मानना है कि ताप्ती में बाढ़ का कारण ऊपरी क्षेत्र का पानी है। ऊपरी इलाकों में तेज बारिश के कारण देर रात तक ताप्ती का जलस्तर और बढ़ सकता है। शुक्रवार शाम को जैनाबाद पुल से महज एक मीटर नीचे से पानी बह रहा था। जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में शहर व जैनाबाद क्षेत्र के लोग पहुंच रहे थे। वहां तैनात पुलिस जवानों ने लोगों को हटाया
खुदी सड़कों ने बढ़ाई परेशानी
बारिश के दौरान शहर के आम नागरिकों को सीवरेज सिस्टम और जलावर्धन योजना के लिए खोदी गई सड़कों के कारण भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढों में भरे पानी के कारण राहगीरों को अंदाजा नहीं लग पाता और वे हादसों का शिकार हो रहे हैं। ज्ञात हो कि गत दिनों कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जेएमसी कंपनी के अधिकारियों को इस लापरवाही के लिए कड़ी फटकार लगाते हुए सात दिन में सड़कों के गड्ढे भरने के लिए कहा था। बावजूद इसके कंपनी के अफसर गंभीर नहीं हुए।
अंचल में भी तेज बारिश
ग्राम धाबा में तेज बारिश के दौरान बुरहानपुर-अमरावती हाईवे पर धुंध छा गई। इससे यहां से गुजर रहे वाहन चालकों को परेशानी हुई। चालकों को वाहनों की हेडलाइट्स जलाकर धीमी गति से संभलकर वाहन आगे बढ़ाने पड़े। वहीं ग्राम जैनाबाद, खकनार, डोईफोड़िया, शाहपुर, निंबोला सहित अन्य स्थानों पर भी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ।