लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। किसानों के द्वारा खरीफ सीजन में धान की फसल लगाई जा रही है जिसमें यूरिया, डीएपी, पोटास सहित अन्य खाद का छिंडकाव करने पर फसल उत्पादन अधिक होता है। लेकिन जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक शाखा लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ९ सेवा सहकारी समितियों में विगत दिवस से यूरिया, डीएपी, २०-२०-०-१३, सुपर ुफास्पेट, पोटास सहित अन्य खाद उपलब्ध नही होने के कारण किसानों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस तरह से प्रदेश सरकार अपने आप को किसान हितैषी बताने वाली किसानों को समय पर उर्वरक खाद उपलब्ध नही करवा पा रही है जिससे किसान खासा परेशान है। वहीं विगत दिवस खाद की समस्या को लेकर किसानों के साथ ही सेवा सहकारी समिति के प्रबंधकों ने जिला प्रशासन को जल्द खाद उपलब्ध करवाने की मांग की थी। जिसके बाद जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बालाघाट के सीईओं के द्वारा सेवा सहकारी समिति मोहगांव ध. नेवरगांव, ला. सिहोरा, कंजई, जाम में यूरिया खाद की रेक डायरेक्ट भेजने की बात कही गई थी। जिसकी जानकारी किसानों को लगी तो क्षेत्रीय किसान बड़ी संख्या में समिति में खाद लेने पहुंचे थे लेकिन परिवहनकर्ता ने ट्रक अनलोडिंग (खाली) करने के लिए समिति से रूपये की मांग की। जिस पर समिति के प्रबंधक व कर्मचारियों ने कहा कि अनलोडिंग परिवहनकर्ता का रहता है, रूपये नही देगें और रूपये नही देने पर परिवहनकर्ता ने समितियों में खाद (रेक) नही भेजा। ऐसी स्थिति में समिति के प्रबंधक व कर्मचारियों के साथ ही किसान परेशान हुए। वहीं सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक एवं कर्मचारियों ने परिवहनकर्ता लवली सचदेव पर अनलोडिंग का रूपये मांगने , रूपये नही देने पर खाद नही भेजने एवं मनमानी करने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से परिवहनकर्ता पर कार्यवाही का डिमांड के अनुसार यूरिया, डीएपी, २०-२०-०-१३, सुपर फास्पेट सहित अन्य खाद समितियों में उपलब्ध करवाने की मांग की है। वहीं खाद आने की जानकारी लगने पर जाम, नेवरगांव ला. सहित अन्य सेवा सहकारी समितियों में गुरूवार को बड़ी संख्या में किसान खाद लेने पहुंचे थे किन्तु खाद नही होने के कारण कर्मचारियों ने खाद का वितरण नही किया और वे निराश होकर वापस लौट गये जिससे किसानों में कर्मचारियों के साथ ही प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है और किसानों ने जल्द खाद नही मिलने पर आंदोलन करने की बात कही है। इस तरह से किसान अब खाद की समस्या को लेकर आंदोलन करने की रणनीति बना रहे है।
खाद के लिए किसान सोसायटियों का लगा रहे चक्कर, जिम्मेदार मौन
आपकों बता दे कि लालबर्रा क्षेत्र में स्थित सेवा सहकारी समितियों से खाद नही मिलने से किसानों को खाद के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और सोसायटी में खाद नही मिलने के कारण किसानों को प्रायवेट से अधिक दामों में खाद खरीदना पड़ रहा है। जबकि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अंतर्गत आने वाली ९ सेवा सहकारी समितियों के द्वारा ७३५ टन यूरिया, ८३० टन डीएपी, ८३० टन २०-२०-०-१३ खाद की डिमांड प्रशासन को भेजी गई है, लेकिन विगत दिवस से मांग के अनुरूप समिति को खाद नही मिल पा रहा हैं। इस तरह से किसान रासायनिक खाद के लिए परेशान है और सोसायटियों का चक्कर लगा रहे है जिसके कारण किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। वहीं जिला मुख्यालय की जानकारी अनुसार विगत दिवस यूरिया खाद की रेक आने के बाद भी लालबर्रा शाखा अंतर्गत की मोहगांव ध. समिति में २३ टन यूरिया खाद उपलब्ध हुआ है, शेष ८ समितियों में यूरिया सहित अन्य खाद नही आया है। जबकि समितियों में वर्तमान समय में यूरिया, डीएपी, इफकों, २०-२०-०-१३ खाद की नितांत आवश्यकता है। वहीं गुरूवार को नेवरगांव ला. जाम, कंजई सहित अन्य समितियों के कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय से डायरेक्ट समिति में खाद की रेक आने की जानकारी मिलने पर किसानों को दिये थे। जिसके बाद बड़ी संख्या में किसान खाद लेने पहुंचे थे। वहीं परिवहनकर्ता ने समिति के कर्मचारियों से ट्रक अनलोडिग के लिए रूपये की मांग किया और रूपये नही देने की बात सुनकर उसने खाद की रेक नही भेजा। जबकि खाद लोड व अनलोडिग दोनों का व्यय परिवहनकर्ता का रहता है। उसके बाद भी परिवहनकर्ता समिति से अनलोडिग के लिए रूपये की मांग कर रहा है एवं रूपये नही देने पर खाद नही भेजने से समितियों में खाद उपलब्ध नही हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में सबसे अधिक परेशान क्षेत्रीय किसान है। साथ ही खाद नही मिलने से किसानों में शासन प्रशासन के प्रति आक्रोश देखने को भी मिला। वहीं किसानों ने प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बोलती है कि यह किसानों की सरकार है परन्तु किसानों को फसल में समय पर खाद डालने के लिए खाद उपलब्ध नही करवा पा रही है। जिससे किसान परेशान है परन्तु किसी को किसानों की कोई चिंता नही है, सरकार को जल्द सेवा सहकारी समितियों में डीएपी, यूरिया, २०-२०-०-१३ सहित अन्य खाद उपलब्ध करवाना चाहिए।